नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने ईस्टर की पूर्व संध्या पर देशवासियों को अवसर पर शुभकामनाएं दीं और एकता और शांति के लिए प्रार्थना की.
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, 'ईस्टर पर, हम आशा करते हैं कि नवीनीकरण और आशावाद का संदेश हर जगह गूंजेगा. यह दिन हम सभी को एकता और शांति को बढ़ावा देते हुए एक साथ आने के लिए प्रेरित करे. सभी को ईस्टर की शुभकामनाएं'.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी ईस्टर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं. उन्होेने इस बात पर प्रकाश डाला कि यीशु मसीह के पुनरुत्थान का जश्न मनाने का अवसर प्रेम, आशा और सार्वभौमिक भाईचारे की भावना को बढ़ावा देता है.
माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर राष्ट्रपति ने पोस्ट किया, 'सभी को ईस्टर की शुभकामनाएं, विशेषकर हमारे ईसाई भाइयों और बहनों को! ईसा मसीह के पुनरुत्थान का जश्न मनाने का यह पवित्र अवसर प्रेम, आशा और सार्वभौमिक भाईचारे की भावना को बढ़ावा देता है. ईसा मसीह की शिक्षाएं हमें शांति और सद्भाव के मार्ग पर ले जाएं'.
ईस्टर पूरे देश में मनाया जा रहा है. लोग चर्चों में एकत्र हुए हैं और पवित्र अवसर पर प्रार्थना कर रहे हैं. ईस्टर, जो यीशु मसीह के गौरवशाली पुनरुत्थान के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, गुड फ्राइडे पर यीशु के क्रूस पर चढ़ने के कुछ दिनों बाद आता है.
लोग अक्सर ईस्टर को चॉकलेट अंडे, मेमनों और खरगोशों के दिन के रूप में मनाते हैं जो वसंत के आगमन का जश्न मनाते हैं. ये लोक परंपराएं हैं. यह दिन यीशु के पुनरुत्थान के जश्न के तौर पर मनाया जाता है. बाइबिल के अनुसार, यह यीशु को क्रूस पर चढ़ाए जाने के तीसरे दिन का प्रतीक है, जब वह मृतकों में से जीवित हो उठे थे.
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