नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल नई दिल्ली में भूटान के प्रधानमंत्री महामहिम दाशो शेरिंग तोबगे से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक, भूटान में चीन की पैठ बनाने की कोशिशों के बीच पीएम मोदी और टोबगे ने सीमा पार कनेक्टिविटी, ऊर्जा और व्यापारिक पहल पर चर्चा की. इसके अलावा उनकी बातचीत के दौरान ऊर्जा दक्षता और खाद्य सुरक्षा पर समझौता ज्ञापन प्रमुख थे. क्षेत्रीय विवादों, गेलेफू परियोजना और रेल संपर्क पर भी चर्चा की गई.
दोनों नेताओं ने बुनियादी ढांचे के विकास, कनेक्टिविटी, ऊर्जा, जलविद्युत सहयोग, लोगों के बीच आदान-प्रदान और विकास सहयोग सहित द्विपक्षीय साझेदारी के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने विशेष और अद्वितीय भारत-भूटान मित्रता को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
भूटान के प्रधान मंत्री ने भूटान की विकासात्मक प्राथमिकताओं में एक विश्वसनीय, विश्वसनीय और मूल्यवान भागीदार के रूप में भारत की भूमिका के लिए अपनी गहरी सराहना व्यक्त की. भूटान के महामहिम राजा की ओर से प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने प्रधानमंत्री मोदी को अगले सप्ताह भूटान आने का निमंत्रण दिया. वहीं, प्रधानमंत्री मोदी उनका यह निमंत्रण स्वीकार कर लिया.
एक्स में एक पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा कि अपने मित्र और भूटान के पीएम शेरिंग तोबगे से इस कार्यकाल में उनकी पहली विदेश यात्रा पर मिलकर खुशी हुई. हमारी अनूठी और विशेष साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर सार्थक चर्चा हुई. मैं उन्हें हार्दिक धन्यवाद देता हूं. भूटान के महामहिम राजा और @PMBhutan ने मुझे अगले सप्ताह भूटान आने का निमंत्रण दिया.
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे जनवरी 2024 में पदभार संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे. हवाई अड्डे पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने उनका स्वागत किया. भूटानी पीएम का स्वागत करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि उनकी यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत दोस्ती को रेखांकित करती है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा 'भूटान के प्रधानमंत्री की यात्रा भारत और भूटान के बीच मित्रता के अच्छे संबंधों को ध्यान में रखते हुए अहम है.' केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भारत और भूटान के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की मंजूरी दे दी. मंत्रिमंडल ने खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग के लिए भूटान खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण (बीएफडीए) और भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर के लिए भी मंजूरी दे दी.
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भूटान के प्रधानमंत्री की यात्रा दोनों पक्षों को हमारी अनूठी साझेदारी में प्रगति की समीक्षा करने और भारत और भूटान के बीच दोस्ती और सहयोग के स्थायी संबंधों का विस्तार करने के तरीकों और साधनों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करेगी.
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