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गारंटियों के घमासान में कूदे पीएम मोदी, कांग्रेस प्रेजिडेंट खड़गे, सीएम सुक्खू-नेता प्रतिपक्ष जयराम, आखिर कौन है सच्चा, कौन बोल रहा झूठ

खड़गे के बयान से कांग्रेस की चुनावी गारंटियों पर बहस छिड़ गई है. पीएम मोदी से लेकर दूसरे नेताओं ने इस पर टिप्पणी की है.

पीएम मोदी और मल्लिकार्जुन खड़गे
पीएम मोदी और मल्लिकार्जुन खड़गे (फाइल फोटो)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 2, 2024, 4:02 PM IST

शिमला: बॉलीवुड की एक फ़िल्म का गाना है-दस बहाने कर के ले गया दिल...इसकी पॉलिटिकल पैरोडी की जाए तो कहा जा सकता है, दस गारन्टी देकर पा गए कुर्सी. हिमाचल में चुनाव पूर्व कांग्रेस ने दस गारंटी दी थी. कांग्रेस को बहुमत मिला और सुखविंदर सिंह सुक्खू को सीएम की हॉट चेयर मिल गई. पहली कैबिनेट में ओपीएस का वादा कांग्रेस ने पूरा किया.

हरियाणा में चुनाव हुए तो हिमाचल से सीएम सुक्खू भी प्रचार में गए थे. वहां हिमाचल की दस गारंटियों का खूब जिक्र हुआ. जेएंडके में भी कांग्रेस ने हिमाचल की गारंटियों का हवाला दिया. पीएम मोदी ने हरियाणा में चुनाव प्रचार के दौरान हिमाचल की खस्ताहाल आर्थिकी को लेकर हमला बोला. अब कर्नाटक में कांग्रेस प्रेजिडेंट मल्लिकार्जुन खड़गे ने वहां के सीएम सिद्धारमैया व डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की मौजूदगी में हंसी भरे माहौल में कह दिया कि ऐसी गारन्टी न दें जो पूरी न कि जा सके. ऐसे में चुनाव पूर्व गारंटियों और उन्हें पूरा करने के दावों को लेकर घमासान मचा हुआ है. इस घमासान में पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा व कांग्रेस के अन्य बड़े नेताओं के बयान गूंज रहे हैं. कौन सच्चा है और कौन झूठा, इसकी गारन्टी लेना कठिन है. अलबत्ता महाराष्ट्र व झारखंड के चुनाव में ये गारंटियों का मुद्दा खूब उछल रहा है.

चुनाव महाराष्ट्र व झारखंड में, सुर्खियों में हिमाचल

इस समय देश के दो बड़े राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का जोर है, लेकिन इसमें छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल का भी खूब जिक्र हो रहा है. कुछ समय पहले हरियाणा में विधानसभा के चुनाव में भी हिमाचल प्रदेश के मुद्दों ने पूरे देश में चर्चा बटोरी थी. भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि प्रचार में कांग्रेस की झूठी गारण्टी की पोल खुली और भाजपा को जीत मिली. अब महाराष्ट्र व झारखंड के चुनाव में भी प्रचार इन्हीं गारंटियों के इर्द गिर्द घूम रहा है.

पीएम मोदी के निशाने पर कांग्रेस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में कांग्रेस की गारंटियों को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस की चुनाव के दौरान वाली गारंटियों को जनता के साथ धोखा बताते हैं. पीएम मोदी ने इस बारे में एक्स पर पोस्ट किया तो जवाब में हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी लंबी पोस्ट डाली. सीएम सुक्खू ने अपनी पोस्ट में दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने दस में से पांच गारंटियां पूरी की हैं. इधर सीएम ने एक्स पर पोस्ट डाली तो उधर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने उन्हें सच बोलने की नसीहत दी. जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की गारंटियां झूठ साबित हुई हैं. उन्होंने सीएम सुक्खू को सच बोलने की सलाह दी.

मुख्यमंत्री को बोलना चाहिए सच: जयराम

जयराम ठाकुर ने कहा कि, 'हिमाचल प्रदेश के हालात को बच्चा-बच्चा जानता है. अब तो मुख्यमंत्री को सच बोलना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने बड़ी-बड़ी गारंटियां दी थी, लेकिन सत्ता में आने के बाद इनको पूरा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने 18 साल से 59 साल की महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन अब इसमें शर्त लगा दी गई है. राज्य की 25 हजार महिलाओं को भी 1 हजार 500 की सम्मान राशि नहीं दी जा रही है, जबकि सत्ता में आने से पहले हर महिला को बिना शर्त 1500 रूपये मासिक देने का वादा किया गया था.'

जयराम बोले, स्टार्ट अप फंड से किसी युवा को लाभ नहीं

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि, 'जिस 680 करोड़ रुपए के स्टार्ट अप फंड की बात कही जा रही है, उससे भी अब तक किसी युवा को फायदा नहीं मिला है. इसी तरह गाय और भैंस के दूध की खरीद पर भी बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन चंद रुपए बढ़ाकर अब झूठ बोलने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी गारंटियों को लेकर झूठ बोल रही है और इसी वजह से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस की झूठी गारंटियों का जिक्र किया है. जयराम ठाकुर ने कहा, राज्य में ऐसे हालात पैदा हो चुके हैं कि कर्मचारियों और पेंशनर्स को समय पर वेतन और पेंशन दी जाती है, तो उसके लिए मुख्यमंत्री को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ती है.'

ये लिखा है पीएम मोदी ने

पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस शासित राज्य सरकारों पर निशाना साधते हुए लिखा- 'कांग्रेस पार्टी को यह बात अब समझ में आ रही है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू करना मुश्किल और नामुमकिन है. वे लगातार प्रचार अभियान के दौरान लोगों से ऐसे वादे करते रहते हैं, जिन्हें वे कभी पूरा नहीं कर पाते. अब वे लोगों के सामने पूरी तरह बेनकाब हो चुके हैं. आज कांग्रेस की सरकार वाले किसी भी राज्य को देख लीजिए- हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना. विकास की गति और वित्तीय स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. उनकी तथाकथित गारंटियां अधूरी हैं, जो इन राज्यों के लोगों के साथ एक भयानक धोखा है. ऐसी राजनीति का शिकार गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हैं, जिन्हें न केवल इन वादों के लाभों से वंचित किया जाता है, बल्कि उनकी मौजूदा योजनाओं को भी कमजोर किया जाता है'.

चुनाव पूर्व कांग्रेस की हिमाचल की जनता को दी गयी गारन्टी

सोलन की चुनाव रैली में प्रियंका वाड्रा ने सत्ता में आने पर पहली ही कैबिनेट में एक लाख नौकरियों के वादा किया था. ये वादा अधूरा है. इसके अलावा भैंस का दूध 100 रुपये लीटर व गाय का दूध 80 रुपये लीटर खरीदने का वादा किया था. ये भी अधूरा है. इसके साथ ही 18 से 59 साल की महिलाओं को 1500 रुपये देने का वादा था, ये आंशिक रूप से लागू हुआ है. गोबर खरीद की गारंटी अधूरी है. वरिष्ठ मीडिया कर्मी ओपी वर्मा का कहना है कि अब जनता चुनाव पूर्व वादों को कसौटी पर कसने लगी है. झूठी गारन्टी से काम चलने वाला नहीं है. फिलहाल महाराष्ट्र व झारखंड में किस दल की कौन सी गारन्टी जनता को पसंद आएगी, वो देखने वाली बात है.

ये भी पढ़ें: क्या अधूरी रह जाती है कांग्रेस की गारंटी? सीएम सुक्खू ने दिया पीएम मोदी को जवाब

ये भी पढ़ें: "फेल, फ्लॉप और धराशाई है 'खटाखट गारंटी' का मॉडल", खड़गे के बयान के बाद जयराम ठाकुर का सुक्खू सरकार पर 5 पलटवार

शिमला: बॉलीवुड की एक फ़िल्म का गाना है-दस बहाने कर के ले गया दिल...इसकी पॉलिटिकल पैरोडी की जाए तो कहा जा सकता है, दस गारन्टी देकर पा गए कुर्सी. हिमाचल में चुनाव पूर्व कांग्रेस ने दस गारंटी दी थी. कांग्रेस को बहुमत मिला और सुखविंदर सिंह सुक्खू को सीएम की हॉट चेयर मिल गई. पहली कैबिनेट में ओपीएस का वादा कांग्रेस ने पूरा किया.

हरियाणा में चुनाव हुए तो हिमाचल से सीएम सुक्खू भी प्रचार में गए थे. वहां हिमाचल की दस गारंटियों का खूब जिक्र हुआ. जेएंडके में भी कांग्रेस ने हिमाचल की गारंटियों का हवाला दिया. पीएम मोदी ने हरियाणा में चुनाव प्रचार के दौरान हिमाचल की खस्ताहाल आर्थिकी को लेकर हमला बोला. अब कर्नाटक में कांग्रेस प्रेजिडेंट मल्लिकार्जुन खड़गे ने वहां के सीएम सिद्धारमैया व डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की मौजूदगी में हंसी भरे माहौल में कह दिया कि ऐसी गारन्टी न दें जो पूरी न कि जा सके. ऐसे में चुनाव पूर्व गारंटियों और उन्हें पूरा करने के दावों को लेकर घमासान मचा हुआ है. इस घमासान में पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा व कांग्रेस के अन्य बड़े नेताओं के बयान गूंज रहे हैं. कौन सच्चा है और कौन झूठा, इसकी गारन्टी लेना कठिन है. अलबत्ता महाराष्ट्र व झारखंड के चुनाव में ये गारंटियों का मुद्दा खूब उछल रहा है.

चुनाव महाराष्ट्र व झारखंड में, सुर्खियों में हिमाचल

इस समय देश के दो बड़े राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का जोर है, लेकिन इसमें छोटे पहाड़ी राज्य हिमाचल का भी खूब जिक्र हो रहा है. कुछ समय पहले हरियाणा में विधानसभा के चुनाव में भी हिमाचल प्रदेश के मुद्दों ने पूरे देश में चर्चा बटोरी थी. भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि प्रचार में कांग्रेस की झूठी गारण्टी की पोल खुली और भाजपा को जीत मिली. अब महाराष्ट्र व झारखंड के चुनाव में भी प्रचार इन्हीं गारंटियों के इर्द गिर्द घूम रहा है.

पीएम मोदी के निशाने पर कांग्रेस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में कांग्रेस की गारंटियों को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस की चुनाव के दौरान वाली गारंटियों को जनता के साथ धोखा बताते हैं. पीएम मोदी ने इस बारे में एक्स पर पोस्ट किया तो जवाब में हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी लंबी पोस्ट डाली. सीएम सुक्खू ने अपनी पोस्ट में दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने दस में से पांच गारंटियां पूरी की हैं. इधर सीएम ने एक्स पर पोस्ट डाली तो उधर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने उन्हें सच बोलने की नसीहत दी. जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की गारंटियां झूठ साबित हुई हैं. उन्होंने सीएम सुक्खू को सच बोलने की सलाह दी.

मुख्यमंत्री को बोलना चाहिए सच: जयराम

जयराम ठाकुर ने कहा कि, 'हिमाचल प्रदेश के हालात को बच्चा-बच्चा जानता है. अब तो मुख्यमंत्री को सच बोलना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने बड़ी-बड़ी गारंटियां दी थी, लेकिन सत्ता में आने के बाद इनको पूरा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने 18 साल से 59 साल की महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन अब इसमें शर्त लगा दी गई है. राज्य की 25 हजार महिलाओं को भी 1 हजार 500 की सम्मान राशि नहीं दी जा रही है, जबकि सत्ता में आने से पहले हर महिला को बिना शर्त 1500 रूपये मासिक देने का वादा किया गया था.'

जयराम बोले, स्टार्ट अप फंड से किसी युवा को लाभ नहीं

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि, 'जिस 680 करोड़ रुपए के स्टार्ट अप फंड की बात कही जा रही है, उससे भी अब तक किसी युवा को फायदा नहीं मिला है. इसी तरह गाय और भैंस के दूध की खरीद पर भी बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन चंद रुपए बढ़ाकर अब झूठ बोलने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी गारंटियों को लेकर झूठ बोल रही है और इसी वजह से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस की झूठी गारंटियों का जिक्र किया है. जयराम ठाकुर ने कहा, राज्य में ऐसे हालात पैदा हो चुके हैं कि कर्मचारियों और पेंशनर्स को समय पर वेतन और पेंशन दी जाती है, तो उसके लिए मुख्यमंत्री को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ती है.'

ये लिखा है पीएम मोदी ने

पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस शासित राज्य सरकारों पर निशाना साधते हुए लिखा- 'कांग्रेस पार्टी को यह बात अब समझ में आ रही है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू करना मुश्किल और नामुमकिन है. वे लगातार प्रचार अभियान के दौरान लोगों से ऐसे वादे करते रहते हैं, जिन्हें वे कभी पूरा नहीं कर पाते. अब वे लोगों के सामने पूरी तरह बेनकाब हो चुके हैं. आज कांग्रेस की सरकार वाले किसी भी राज्य को देख लीजिए- हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना. विकास की गति और वित्तीय स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. उनकी तथाकथित गारंटियां अधूरी हैं, जो इन राज्यों के लोगों के साथ एक भयानक धोखा है. ऐसी राजनीति का शिकार गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हैं, जिन्हें न केवल इन वादों के लाभों से वंचित किया जाता है, बल्कि उनकी मौजूदा योजनाओं को भी कमजोर किया जाता है'.

चुनाव पूर्व कांग्रेस की हिमाचल की जनता को दी गयी गारन्टी

सोलन की चुनाव रैली में प्रियंका वाड्रा ने सत्ता में आने पर पहली ही कैबिनेट में एक लाख नौकरियों के वादा किया था. ये वादा अधूरा है. इसके अलावा भैंस का दूध 100 रुपये लीटर व गाय का दूध 80 रुपये लीटर खरीदने का वादा किया था. ये भी अधूरा है. इसके साथ ही 18 से 59 साल की महिलाओं को 1500 रुपये देने का वादा था, ये आंशिक रूप से लागू हुआ है. गोबर खरीद की गारंटी अधूरी है. वरिष्ठ मीडिया कर्मी ओपी वर्मा का कहना है कि अब जनता चुनाव पूर्व वादों को कसौटी पर कसने लगी है. झूठी गारन्टी से काम चलने वाला नहीं है. फिलहाल महाराष्ट्र व झारखंड में किस दल की कौन सी गारन्टी जनता को पसंद आएगी, वो देखने वाली बात है.

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