भागलपुर: बच्चे कभी-कभी टीचर के पढ़ाने के तरीके से बोर हो जाते हैं, लेकिन बिहार की एक शिक्षिका की पढ़ाने के तरीके से बोर नहीं होते हैं. बल्कि बच्चे पढ़ाई को इंजॉय करते हैं. मैडम जो पढ़ाती हैं, उसे पढ़ते हैं और याद रखते हैं. हम बात कर रहे हैं भागलपुर के बरारी की रहने वाली शिक्षिका डॉ शैल प्रज्ञा इन दिनों आधुनिक शिक्षा को लेकर चर्चा में है.
पूरे देश के बच्चों को पढ़ाएंगी बायोलॉजी: डॉ शैल प्रज्ञा अपनी अनोखी और प्रभावशाली शिक्षण विधियों के कारण राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है. भागलपुर की शिक्षिका से पूरे देश में हिंदी माध्यम में पढ़ाई करने वाले बच्चे बायोलॉजी पढ़ पाएंगे. शैला प्रज्ञा अब स्कूल ही नहीं बल्कि टीवी व यूट्यूब पर भी पढ़ाती नजर आएंगी. यह सिर्फ और सिर्फ शिक्षा विभाग के प्रयास से संभव हो पाया.
सम्मानित भी हो चुकी है शिक्षिका: शिक्षिका डॉ. शैला प्रज्ञा के पढ़ाने के अंदाज को देख कर इनका चयन किया गया और अब इनके द्वारा तैयार पाठ्क्रम से बच्चे पढ़ाई कर पाएंगे. शिक्षिका ने बताया कि मैं जीव विज्ञान की शिक्षिका हूं. शैल प्रज्ञा की पढ़ाने की कला शैली से बच्चे आसानी से समझते हैं. उनके इसी शिक्षा शैली से प्रसन्न होकर इसी साल शिक्षा विभाग ने राजकीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित भी किया था.
हर दिन वीडियो प्रसारित होता है शो: शिक्षिका डॉ शैल प्रज्ञा बताती हैं कि जो किताब के जरिये बच्चे स्कूलों में पढ़ते हैं वह थ्योरी है. बच्चे प्रैक्टिकल फॉर्म को थ्योरी को बार-बार चाहते हैं. शिक्षक एक्सप्लेन करे तो वह सम्भव नहीं है. सरकारी स्कूल के बच्चों के पास ट्यूटर उपलब्ध नहीं रहता है. ऐसे में पीएम ई विद्या चैनल पर 1 से 12वीं तक के ई कंटेंट को अपलोड किया जाता है. चैनल पर हर दिन वीडियो 5 शो में प्रसारित होता है. यहां से बच्चे पढ़ाई कर सकते हैं.
"जो सुविधा निजी स्कूलों में है वह सरकारी में भी अब उपलब्ध हो रही है. जिस तरह से बच्चे निजी स्कूलों में पढ़ाई करते हैं वह पढ़ाई सरकारी स्कूल के बच्चे कर सकते हैं. अब निजी स्कूलों से ज्यादा बेहतर सरकारी स्कूलों में पढ़ाई हो रही है. भले ही हर एक क्षेत्र में छात्र इंटरनेट तक नहीं पहुंच पाते, लेकिन टीवी लगभग सभी क्षेत्रों में मौजूद है. लगभग सभी घरों में टीवी होता है. ऐसे में टीवी चैनल के माध्यम से क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षा प्रदान की जा रही है." -डॉ शैल प्रज्ञा, शिक्षिका
बच्चों को आसानी से आती है समझ : छात्रा रिद्धि ने बताया कि ई शिक्षा के जरिये शिक्षा काफी आसान हो गई है. हमलोगों को जो क्लास में पढ़ाई कराई जाती है उसका रिवीजन इसके जरिए आसानी से होती है. वहीं उसने बताया कि शैला मेम के वीडियो से मैं जीव विज्ञान की पढ़ाई करती हूं. इनका पढ़ाने का तरीका काफी सरल है. इनके द्वारा जो समझाया जाता है उसे याद करने की जरूरत ही पड़ती है.
" हम जो स्कूलों में पढ़ते हैं. वह घर मे भी प्रैक्टिकली पढ़ें इसके लिए फोन की जरूरत होती है. ऐसे में पीएम ई विद्या एप्प और youtube पर अपलोड कंटेंट और वीडियो के जरिये घर में भी समझ लेते हैं. फोन पर गेम्स जैसे खेलते हैं उससे बेहतर है उसी तरह हम वीडियो देखकर कुछ सीखते हैं." - रिद्धि, छात्रा
क्या है पीएम ई-विद्या?: पीएम ई-विद्या ऐप भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है. जिसका उद्देश्य देशभर के छात्रों को डिजिटल शिक्षा प्रदान करना है. यह ऐप विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन शैक्षिक सामग्री और संसाधन प्रदान करता है, ताकि छात्र अपनी शिक्षा को डिजिटल माध्यम से जारी रख सकें. वैश्विक महामारी के चलते स्कूल कॉलेज और अन्य सभी शैक्षिक संस्थान लंबे समय तक बंद रहे. जिसका असर हर एक वर्ग के छात्र की शिक्षा पर पड़ा है.
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