हैदराबाद: तेलंगाना में सनसनी मचाने वाले फोन टैपिंग मामले में एडिशनल एसपी भुजंगाराव और थिरुपतन्ना को जांच टीम ने दूसरे दिन भी हिरासत में रखा है. ऐसी जानकारी है कि उनके बयान महत्वपूर्ण होने के कारण और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं. दूसरी ओर, पुलिस पूर्व टास्कफोर्स डीसीपी राधाकिशन राव की हिरासत की मांग करते हुए नामपल्ली अदालत में एक याचिका दायर करेगी, जिन्हें शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था.
उनके बयान के आधार पर एडिशनल एसपी की संलिप्तता की जांच चल रही है. पुलिस पूर्व एसआईबी चीफ प्रभाकर राव, सीआई भुजंगारा राव और तिरुपत्ना से प्रणीत राव के बारे में पूछताछ कर रही है.
पुलिस का आरोप है कि उन्होंने कई मशहूर हस्तियों के फोन की जासूसी की है. आरोप है कि पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान टास्क फोर्स को अपने नियंत्रण में रखने वाले राधाकिशन राव ने कर्मचारियों का इस्तेमाल अनौपचारिक गतिविधियों के लिए किया था.
इसके अलावा पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने एक बड़ी पार्टी को फायदा पहुंचाने का काम किया था. ऐसा प्रतीत होता है कि उक्त पार्टी को वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराने के लिए एसआईबी टीम को तैनात किया गया है. राज्य में सरकार बदलने के बाद एक-एक कर ये मामले सामने आ रहे हैं क्योंकि एसआईबी के पूर्व डीएसपी प्रणीत राव ने संबंधित सबूत नष्ट कर दिए हैं