कोलकाता: बंगाल में तीन संसदीय क्षेत्रों जलपाईगुड़ी (79.33), अलीपुरद्वार (75.54) और कूच बिहार (77.73) के कुछ हिस्सों में छिटपुट हिंसा के बीच शुक्रवार शाम पांच बजे तक करीब 77 प्रतिशत मतदान हुआ.
शुक्रवार सुबह तेज गर्मी और उसके बाद हुई बारिश को दरकिनार करते हुए लोग सुबह से ही काफी उत्साह के साथ वोट देने निकले. हिंसाग्रस्त कूचबिहार संसदीय क्षेत्र सहित तीनों निर्वाचन क्षेत्रों से छिटपुट हिंसा की खबरें आईं.
विधानसभा चुनाव में चली गई थी चार की जान : भाजपा समर्थकों पर सीतलकुची में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाया गया, जहां 2021 में विधानसभा चुनाव के दौरान गोलीबारी में चार लोगों की जान चली गई थी.
टीएमसी पर लगाए आरोप : डाग्राम फूलबाड़ी की भाजपा विधायक शिखा चटर्जी ने मतदान के बाद तृणमूल कांग्रेस पर कई आरोप लगाए. उन्होंने शुक्रवार को शांतिनगर बौबाजार प्राइमरी स्कूल के बूथ संख्या 46 पर मतदान किया और सीधे तौर पर तृणमूल कांग्रेस पर चुनाव में अशांति पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने शिकायत की कि दक्षिणी कार्यालय जला दिया गया, कई जगहों पर बूथ एजेंटों को बैठने नहीं दिया गया.
वहीं, बारोकोडाली ग्राम पंचायत एआईटीसी नेताओं ने विस्तार से बताया कि कैसे भाजपा के गुंडों ने बूथ अध्यक्ष के नेतृत्व में आज सुबह मतदान केंद्र 226 और 227 पर पहुंचने से पहले तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हिंसा की. उन्होंने आरोप लगाया कि 'जनता के समर्थन की कमी से परेशान होकर भाजपा ने अब हिंसा का सहारा लेने और हमारे लोकतंत्र को नष्ट करने का फैसला किया है.'
मतदान करने पहुंची बुजुर्ग महिला तो पता चला सूची में मृत घोषित है : जलपाईगुड़ी के धूपगुड़ी के बूथ संख्या 15/186 की मतदाता बसंती दास के साथ एक अजीब घटना घटी. वह धुपगुड़ी वार्ड नंबर 7 की निवासी हैं. उस बूथ के पीठासीन पदाधिकारी हिमाद्री शेखर दास ने बताया कि वृद्ध महिला मतदान केंद्र पर आई थी, लेकिन दी गई सूची में उसका नाम मृत अंकित कर दिया गया. पीठासीन अधिकारी ने कहा कि वह मतदान नहीं कर सकतीं.
सिलीगुड़ी में मेयर गौतम देव सेनापति की भूमिका में दिखे. हालांकि, डाग्राम फुलबारी विधानसभा क्षेत्र के बाहर उन्हें चुनाव प्रक्रिया की निगरानी करते देखा गया. वार्ड नंबर 23 के पार्षद लक्ष्मी पाल के घर पर कंट्रोल रूम खोला गया है. वहां से देब उस विधानसभा के सभी बूथों की मॉनिटरिंग करते दिखे. पिछले विधानसभा चुनाव में शिखा चटर्जी ने उस सीट से चुनाव लड़कर उन्हें हरा दिया था.
देब नियंत्रण कक्ष में रहे और पूरे विधानसभा क्षेत्र के मतदान की निगरानी की. 'कई जगहों पर ईवीएम में खराबी की शिकायतें आईं. उन्हें बदल दिया गया है.' गौतम देव ने शिखा चटर्जी पर भी कटाक्ष किया कि 'साल भर से विधायक और सांसद के दर्शन नहीं हुए हैं. अब लोग नहीं हैं तो क्या हम लोगों को काम पर रखेंगे. पूरे साल लोग नहीं मिलेंगे और चुनाव के दौरान क्या लोग उपलब्ध होंगे.'
कूचबिहार में हुई थी बमबारी : कूच बिहार में कल रात बूथ से 200 मीटर दूर बमबारी हुई थी, जहां पंचायत चुनाव के दौरान बीजेपी के एक पोलिंग एजेंट की मौत हो गई थी. शुक्रवार की सुबह पुलिस ने 9 बम बरामद किए. शुक्रवार को दोपहर तक ही कुल 383 शिकायतें दर्ज की जा चुकी थीं.
इस बीच अलीपुरद्वार लोकसभा क्षेत्र के गंगुटिया बनवस्ती के बूथ 11/155 पर आखिरी बार मतदान हुआ. बक्सा जंगल में स्थित दो गांवों गंगुटिया और भूटिया बस्ती को हाल ही में कालचीनी बंचया बस्ती में स्थानांतरित कर दिया गया है. लेकिन उनके नाम इस बूथ पर हैं, इसलिए वे गंगुटिया और भूटिया बस्ती में वोट देने आए. इस बूथ पर आखिरी बार मतदान हो रहा है.
वनकर्मियों ने की मदद : जलपाईगुड़ी लोकसभा क्षेत्र के डाबग्राम-फुलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के डाबग्राम 1 क्षेत्र के सरस्वतीपुर इलाके में बिल्कुल अलग तस्वीर देखने को मिली. मतदान कर्मियों और मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बलों के साथ वन कर्मी भी तैनात दिखे. सरस्वतीपुर बीट सिलीगुड़ी से सटे बैकुंठपुर वन प्रभाग के सरुगाड़ा रेंज के अंतर्गत है. बैकुंठपुर मंडल के घने जंगल में सात मतदान केंद्र हैं और मतदाताओं की संख्या करीब 5 हजार है. दरअसल इस इलाके में अक्सर हाथी निकलते रहते हैं. बुधवार की रात भी हाथी के हमले से एक युवक की मौत हो गई थी.