नई दिल्ली : पीएम आवास पर शनिवार को वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई. सूत्रों की माने तो कैबिनेट की रूपरेखा और नाम तय कर दिए गए हैं. अब बीजेपी के नेताओं को पीएमओ से फोन आने का इंतजार है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव ने कहा कि बीजेपी ने इस बार न सिर्फ केंद्र में बल्कि ओडिशा में भी जनाधार पाया है. ये वहां की राज्य सरकार की पिछले कई सालों से हुई एंटी इनकंबेंसी की वजह से है. उन्होंने कहा कि 'ओडिशा की जनता ने मोदीजी की गारंटी पर मुहर लगाई है और उनके नेतृत्व पर भरोसा करते हुए ना सिर्फ विधानसभा में बल्कि लोकसभा के चुनाव में भी अच्छी सीटें दी हैं. उन्होंने कहा कि ओडिशा की जनता ने कमल पर भरोसा जताया है.
इस सवाल पर कि ओडिशा का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसपर ओडिशा की जनता की निगाहें हैं. क्या पार्टी ने कोई उन्हे भी संकेत दिए हैं. इस पर उन्होंने कहा कि 'इस बारे में बीजेपी का संसदीय बोर्ड ही फैसला लेता है. केंद्रीय नेतृत्व जिसे सही समझेगा उसे बनाएगा.'
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज ये बात साफ की है कि पांडियन उनके उत्तराधिकारी नहीं, बल्कि जनता जिसे चाहेगी वो उत्तराधिकारी होगा. इस पर बीजेपी का क्या कहना है? भाजपा नेता जुएल उरांव ने कहा कि 'हार की वजह से नवीन पटनायक ऐसे बयान दे रहे हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि अभी भी उन्हीं के कब्जे में हैं और सारे निर्णय उन्हीं के द्वारा लिए जा रहे हैं.' उन्होंने कहा कि 'जैसे वीडियो वायरल हुए उसे जनता ने भी देखा कि कैसे मुख्यमंत्री के साथ वह व्यवहार करते रहे हैं.'
इस सवाल पर कि ओडिशा में भाजपा की सरकार बन रही तो क्या केंद में भी जनता की उम्मीदें ज्यादा होंगी. वहां की जनता चाहेगी कि कैबिनेट में भी उनका प्रतिनिधि हो. क्या आप भी केंद्रीय मंत्री के दावेदार हैं? उन्होंने कहा 'मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं, जो पार्टी कहेगी वो करूंगा और अब दोनों जगह एनडीए की सरकार होने से ओडिशा का और भी विकास होगा.'
इस सवाल पर कि टीएमसी पीएम के शपथ समारोह में शामिल नहीं होगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 'इन्होंने पहले भी संसद के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया था. ये इनकी पुरानी आदत है.'