नई दिल्ली: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र को मंगलवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया. इस पूरे सत्र के दौरान 103 प्रतिशत कामकाज (productivity) दर्ज किए गए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान कुल 7 बैठकें हुईं और करीब 34 घंटे तक कार्यवाही चली. बिरला ने बताया कि सत्र के दौरान 539 नवनिर्वाचित सदस्यों ने शपथ ली.
पहले सत्र में ओम बिरला का पुनः अध्यक्ष के रूप में निर्वाचन और राष्ट्रपति का अभिभाषण भी देखा गया. बिरला ने यह भी बताया कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में 68 सदस्यों ने भाग लिया. विज्ञप्ति में कहा गया है कि 26 जून को हुए लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव का जिक्र करते हुए बिरला ने ध्वनिमत से उन्हें दूसरी बार अध्यक्ष चुने जाने के लिए आभार व्यक्त किया.
बिरला ने बताया कि 26 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंत्रिपरिषद का सदन में परिचय कराया. लोकसभा अध्यक्ष ने सदन को बताया कि 27 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा 18 घंटे से अधिक समय तक चली और 68 सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया. इसके अलावा 50 सदस्यों ने अपने भाषण प्रस्तुत किए. 2 जुलाई को प्रधानमंत्री के जवाब के साथ चर्चा समाप्त हुई.
उन्होंने आगे बताया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी की नियुक्ति की घोषणा 27 जून को सदन में की गई थी. नियम 377 के तहत कुल 41 मामले उठाए गए, जबकि निर्देश 73ए के तहत 3 वक्तव्य दिए गए. इसके अलावा, सत्र के दौरान 338 पत्र रखे गए. विज्ञप्ति में कहा गया है कि बिरला ने सदस्यों के शपथ ग्रहण और अध्यक्ष के चुनाव के दौरान कार्यवाही के सुचारू संचालन के लिए प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब के प्रति आभार व्यक्त किया.
उन्होंने सदन को सुचारू रूप से चलाने में योगदान के लिए प्रधानमंत्री, संसदीय कार्य मंत्री, दलों के नेताओं और सदन के सदस्यों को भी धन्यवाद दिया. इस महीने के शुरू में लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद यह 18वीं लोकसभा का पहला सत्र था. सत्र की शुरुआत 24 जून को नए सदस्यों के शपथ ग्रहण के साथ हुई. लोकसभा चुनाव 2024 के बाद भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए ने लगातार तीसरी बार सरकार बनाई. एनडीए ने 293 सीटें जीतीं, जबकि विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक ने 243 सीटें जीतीं.