Parliament Session 18th Lok Sabha Proceeding: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नीट परीक्षा के आयोजन में कथित अनियमितताओं के मुद्दे पर संसद में 'सम्मानजनक' और अच्छी चर्चा करने का आग्रह किया, क्योंकि यह देश के युवाओं से जुड़ा मुद्दा है.
राहुल गांधी की फाइल फोटो. (IANS)
नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नीट परीक्षा के आयोजन में कथित अनियमितताओं के मुद्दे पर संसद में 'सम्मानजनक' और अच्छी चर्चा करने का आग्रह किया, क्योंकि यह देश के युवाओं से जुड़ा मुद्दा है.
कांग्रेस नेता ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि नीट मुद्दा आज का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है. विपक्षी दल इस बात पर सहमत हैं कि किसी भी अन्य मुद्दे से पहले इस पर चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह युवाओं से जुड़ा मुद्दा है और भारतीय ब्लॉक को लगता है कि यह सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है.
संसद को युवाओं को यह संदेश देना चाहिए कि छात्रों की चिंताओं को उठाने में सरकार और विपक्ष एक साथ हैं. मैं प्रधानमंत्री मोदी से नीट मुद्दे पर संसद में सम्मानपूर्ण और अच्छी चर्चा करने का आग्रह करता हूं, क्योंकि यह देश के युवाओं से जुड़ा मुद्दा है. राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (स्नातक) या नीट-यूजी का आयोजन एनटीए ने 5 मई को किया था, जिसमें करीब 24 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था.
परिणाम 4 जून को घोषित किए गए, लेकिन उसके बाद बिहार जैसे राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने के अलावा अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे. शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) और एनईईटी (स्नातकोत्तर) परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया, क्योंकि उन्हें सूचना मिली थी कि परीक्षाओं की अखंडता से समझौता किया गया है.
नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नीट परीक्षा के आयोजन में कथित अनियमितताओं के मुद्दे पर संसद में 'सम्मानजनक' और अच्छी चर्चा करने का आग्रह किया, क्योंकि यह देश के युवाओं से जुड़ा मुद्दा है.
कांग्रेस नेता ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि नीट मुद्दा आज का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है. विपक्षी दल इस बात पर सहमत हैं कि किसी भी अन्य मुद्दे से पहले इस पर चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह युवाओं से जुड़ा मुद्दा है और भारतीय ब्लॉक को लगता है कि यह सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है.
संसद को युवाओं को यह संदेश देना चाहिए कि छात्रों की चिंताओं को उठाने में सरकार और विपक्ष एक साथ हैं. मैं प्रधानमंत्री मोदी से नीट मुद्दे पर संसद में सम्मानपूर्ण और अच्छी चर्चा करने का आग्रह करता हूं, क्योंकि यह देश के युवाओं से जुड़ा मुद्दा है. राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (स्नातक) या नीट-यूजी का आयोजन एनटीए ने 5 मई को किया था, जिसमें करीब 24 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था.
परिणाम 4 जून को घोषित किए गए, लेकिन उसके बाद बिहार जैसे राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने के अलावा अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे. शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी-नेट) और एनईईटी (स्नातकोत्तर) परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया, क्योंकि उन्हें सूचना मिली थी कि परीक्षाओं की अखंडता से समझौता किया गया है.