नई दिल्ली: दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा का सत्र एक बार शुरू हुआ. इस दौरान विपक्ष ने केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, NEET और अग्निपथ जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा. वहीं, राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभापति जगदीप धनखड़ पर निशाना साधा. कांग्रेस सांसद ने कहा कि आप (जगदीप धनखड़) सच्चाई का साथ जरूर देंगे.
उन्होंने कहा, "इलेक्शन होने के बाद मैं आपमें कुछ तो बदलाव चाहता हूं, क्योंकि तीन-साढ़े तीन साल जो घटनाएं आपने देखी हैं, उसके बाद आप सच्चाई का साथ जरूर देंगे. इस दौरान ईडी, आईटी और सीबीआई जैसी संस्थाओं का इस्तेमाल भी पैसे वसूलने के लिए किया गया. इन संस्थाओं ने विपक्ष और सच बोलने वालों को टारगेट किया. क्या यह संविधान के खिलाफ नहीं हैं. "
क्या बोले जेपी नड्डा?
इस पर धनखड़ ने कहा, "मैं सच्चाई के साथ हूं." वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद जेपी नड्डा ने इन पर आपत्ति जताई और कहा कि जैसा कि मैंने सुना है कि यहां कहा गया है कि अगले तीन साल आप सच्चाई का साथ दें. यह काफी गंभीर आरोप है और इसे हल्के में नहीं लिया जाए. अगर नेता विपक्ष ने ऐसा कहा है कि तो इसका मतलब है कि आपने पिछले एक-ढेड़ साल से सच्चाई का साथ नहीं दिया है.
नड्डा ने आगे कहा कि मैं नेता विपक्ष और विपक्ष दोनों का सम्मान करता हूं और इनसे मांग करता हूं कि वह इसको लेकर अपना प्वाइंट प्रूव करें और संसद के नियमों के खिलाफ न जाए. मैं सदन के चेयरपर्सन के खिलाफ लगाए गए आरोप से सहमत नहीं हूं.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने जताया अफसोस
इसके बाद खड़गे ने जवाब दिया कि वह सदन में किसी का अपमान करने के लिए नहीं आया... लेकिन मेरी किसी बात से आपको दुख हुआ या मुझसे कोई गलती हो गई तो मुझे इसके लिए अफसोस है.
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