पलामूः एसपी के फर्जी हस्ताक्षर का पुलिस वेरिफिकेशन किया जा रहा है. जांच में यह बात भी सामने आई है कि फर्जी हस्ताक्षर से चरित्र प्रणाम पत्र भी जारी किया गया था. फर्जी पुलिस वेरिफिकेशन और चरित्र प्रणाम पत्र बनाने के गोरखधंधे में एक गिरोह सक्रिय है, जो प्रवासी मजदूरों को निशाना बना रहा है. इसका खुलासा पलामू पुलिस की जांच में हुआ है. इस गिरोह का तार झारखंड से लेकर दक्षिण भारत के कई राज्यों तक फैला हुआ है. पुलिस को गिरोह से जुड़े हुए एक सफेदपोश का नाम भी मिला है, जिसका सत्यापन किया जा रहा है.
विशाखापट्टनम से पत्र मिलने के बाद पलामू पुलिस को मिली थी जानकारी
दरअसल, 29 जुलाई 2023 को पलामू एसपी कार्यालय के गोपनीय शाखा में आर्म्स डिप्टी चीफ ऑफिसर फोर प्रोजेक्ट डायरेक्टर, शिप बिल्डिंग सेंटर, गोस्थाज गेट नेवल बेस विशाखापट्टनम के लेफ्टिनेंट अभिषेक का एक पत्र आया था. इस पत्र में चरित्र प्रमाण पत्र का सत्यापन के साथ-साथ आधार कार्ड भी लगा हुआ था. सभी चरित्र प्रमाण पत्र पलामू एसपी के कार्यालय से जारी किए गए थे. सभी प्रमाण पत्र पर पत्रांक और दिनांक लिखा हुआ था. पलामू पुलिस ने जब पत्रांक और दिनांक को मिलना शुरू किया तो 12 व्यक्तियों का चरित्र प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया. सभी के चत्रित प्रणाम पत्र पर पलामू के तत्कालीन एसपी चंदन कुमार सिन्हा का फर्जी हस्ताक्षर था. सभी चरित्र प्रमाण पत्र पर पलामू पुलिस का फर्जी हस्ताक्षर, फर्जी मोहर और ज्ञापांक था.
फर्जी हस्ताक्षर मामले में एफआईआर दर्ज, पलामू पुलिस तमिलनाडु रवाना
एसपी के फर्जी हस्ताक्षर का मामला सामने आने के बाद 12 आरोपियों के खिलाफ मेदिनीनगर टाउन थाना में एफआईआर दर्ज करायी गई थी. मेदिनीनगर टाउन थाना कांड संख्या 414/23 के तहत सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 466, 467, 468, 471, 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया है. एफआईआर दर्ज होने के बाद पलामू पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बस लेकर तमिलनाडु रवाना हो गई थी. लेकिन वहां पहुंचकर पुलिस को पता चला कि सभी को कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया था. इसके बाद कई लोग किसी दूसरे इलाके में नौकरी के लिए शिफ्ट हो गए हैं.
इन लोगों के खिलाफ दर्ज करायी गई है एफआईआर
पलामू के लेस्लीगंज के लोटवा के रहने वाले मनीष कुमार, होटाई के अंतोष उरांव, लेस्लीगंज धनगांव के देवचंद राम, बकोरिया के सुरेश भुईयां, मेदिनीनगर के बकोरिया के अनुज भुईयां, धर्मेंद्र भुईयां के अलावा मनोज कुमार राम, मुनेश्वर उरांव, महेंद्र उरांव, प्रदीप उराव, बिहारी उरांव, भुनू उरांव और एक अज्ञात का नाम शामिल है. इनमें से कई लोग पलामू से बाहर के रहने वाले हैं, जिनका चरित्र सत्यापन पलामू एसपी के फर्जी हस्ताक्षर से किया गया है. पुलिस को आशंका है कि आधार कार्ड और पता भी फर्जी दिया गया है.
गिरोह तैयार कर रहा है फर्जी पुलिस वेरिफिकेशन और चरित्र प्रमाण पत्र
प्रवासी मजदूरों का फर्जी चरित्र प्रमाण पत्र बनाने और पुलिस वेरिफिकेशन करवाने में गिरोह शामिल है. पलामू पुलिस के अनुसंधान में कई बातें निकलकर सामने आई हैं. पुलिस को गिरोह से जुड़ी कई जानकारी मिली हैं. पुलिस के अनुसंधान में यह भी बात सामने आई है कि एक व्यक्ति ने फर्जी मोहर तैयार तैयार किया और हस्ताक्षर कर रहा है. पुलिस फिलहाल गिरोह से जुड़ी हुई सारी जानकारी और नाम पता का सत्यापन कर रही है.
जांच के क्रम में पुलिस को मिली है अहम जानकारीः एसपी
इस संबंध में पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने कहा कि अनुसंधान के क्रम में पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है. पुलिस पूरे मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है. फर्जी हस्ताक्षर मोहर से प्रमाण पत्र जारी किए गए थे.
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