नारायणपुर: कैंसर जैसे असाध्य बीमारियों का इलाज करने वाले वैद्य हेमचंद मांझी के ऐलान से सनसनी फैल गई है. हेमचंद मांझी ने लगातार नक्सलियों की ओर से मिल रही धमकियों के बाद पद्म सम्मान सरकार को लौटाने का ऐलान किया है. नक्सलियों की ओर से जारी एक पर्चे और बैनर में मांझी के लिए माओवादियों ने गलत शब्दों का इस्तेमाल किया है. नक्सलियों ने अपने पर्चे में वैद्यराज को भ्रष्टाचारी और कंपनी का दलाल बताया है. माना जा रहा है कि माओवादियों की ओर से लगाए गए आरोपों से आहत और डरकर मांझी ने पद्म सम्मान लौटने का ऐलान किया है.
वैद्यराज हेमचंद मांझी ने पद्मश्री सम्मान लौटने का किया ऐलान : वैद्यराज हेमचंद मांझी को मिली धमकी के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है. लंबे वक्त से वैद्यराज हेमचंद मांझी का परिवार नक्सलियों के निशाने पर रहा है. विधानसभा चुनाव से पहले भी माओवादियों ने हेमचंद मांझी को निशाने पर लिया था. उस वक्त हेमचंद मांझी तो बाल बाल बच गये थे लेकिन उनका भतीजा मारा गया था. नक्सलियों के निशाने पर रहने और खतरे के चलते सरकार की ओर से परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई है. हेमचंद्र मांझी को सुरक्षा दिए जाने के बाद भी परिवार के लोग दहशत में हैं. प्रशासन ने पूर्व में ही नक्सलियों की ओर से मिली धमकी के बाद उनको गांव से हटाकर सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर रखा है.
वाय श्रेणी की सुरक्षा दी गई: हेमचंद मांझी ने जैसे ही पद्म सम्मान लौटाने का ऐलान किया वैसे ही छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से हेमचंद मांझी को वाय श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करा दी गई. आनन फानन में इस संबंध में गृह विभाग की ओर से एक आदेश जारी किया गया. राज्य सरकार की ओर से प्रोटेक्शन रिव्यू ग्रुप की एक बैठक हुई. बैठक में ये तय किया गया कि नारायणपुर के वैद्य और पद्म सम्मान से सम्मानित हेमचंद मांझी को वाय श्रेणी की सुरक्षा तत्काल प्रदान की जाए.
बैनर और पोस्टर लगाकर दी है धमकी: माओवादियों ने नारायणपुर जिले में दो मोबाइल टावरों को आग लगाकर मौके पर बैनर पोस्टर लगाए हैं. पोस्टर के जरिए पद्म सम्मान से सम्मानित हेमचंद मांझी को आमदई खदान का समर्थक होना बताया गया है. पोस्टर के जरिए नक्सलियों ने वैद्यराज को भ्रष्टाचारी होने का भी आरोप लगाया है.
कौन हैं हेमचंद मांझी: हेमचंद मांझी बस्तर के जाने माने नाड़ी विशेषज्ञ और वैद्य हैं. लोग उनको वैद्यराज के नाम भी जानते हैं. मांझी जंगली जड़ी बूटियों की मदद से और नाड़ी के ज्ञान से कैंसर जैसे गंभीर बीमारियों का इलाज करने का दावा करते हैं. हेमचंद मांझी को बस्तर में प्राकृतिक तौर पर उगने वाली जड़ी बूटियों की अच्छी पहचान है. जड़ी बूटियों की खोज में भी उनके जीवन का लंबा वक्त बीता है.
आज से हम किसी को भी दवा नहीं देंगे. आमदाई माइंस को लेकर नक्सलियों ने दलाली का आरोप लगाते हुए मेरे बेटे कोमल मांझी की हत्या कर दी. मुझ पर भी दलाली करने का आरोप लगाकर धमकी दे रहे हैं. प्रशासन कोई कारगर कदम नहीं उठा रहा. सम्मान मिलने के बाद सुरक्षा और आवास को लेकर भी प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा. - हेमचंद मांझी, पद्म सम्मान से सम्मानित वैद्यराज
सुरक्षा नहीं मिलने से हेमचंद नाराज: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान बस्तर दौरे पर वैद्यराज हेमचंद्र मांझी से मुलाकात की थी. मांझी ने पद्म सम्मान लौटने की पेशकश करते हुए कहा है कि लगातार मिल रही धमकियों के चलते वो काफी परेशान हैं. जिला प्रशासन और पुलिस पर मांझी ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनको सुरक्षा सही तरीके से मुहैया नहीं कराई जा रही है. मांझी की ये भी मांग है कि उनको उनके निवास छोटे डोंगरे में ही रहने दिया जाए. नक्सलियों ने सोमवार को हेमचंद मांझी के खिलाफ चमेली में बैनर पोस्टर लगाए थे.सुरक्षा कारणों के चलते मांझी को जिला मुख्यालय के सेफ जोन में रखा गया है.