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महाराष्ट्र में चार साल में 12000 उद्योग बंद, जिम्मेदार कौन... महायुति सरकार या MVA - Small Industries In Maharashtra

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 29, 2024, 10:45 PM IST

Over 12000 MSME industries shut down in Maharashtra: महाराष्ट्र में 2019 के बाद ढाई दो साल तक महा विकास अघाड़ी की सरकार रही और अब महायुति की सरकार है. इस बीच पिछले चार वर्षों की समीक्षा में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि राज्य में 12,000 लघु उद्योग बंद हो गए हैं. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने संसद में यह जानकारी दी है. जिससे के बाद सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है.

Over 12000 MSME industries shut down in Maharashtra
महाराष्ट्र में चार साल में 12000 उद्योग बंद, जिम्मेदार कौन (ETV Bharat)

मुंबई: किसी भी राज्य में उद्योग उस राज्य के युवाओं को काम और रोजगार प्रदान करते हैं; जिससे उस राज्य में बेरोजगारी कम होती है. इसमें लघु उद्योगों की अहम भूमिका होती है. लेकिन कोविड महामारी के बाद महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार और महायुति सरकार में पिछले चार वर्षों में 12 हजार छोटे उद्योग बंद हो गए. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने संसद में बताया कि जुलाई 2020 से जुलाई 2024 तक के चार वर्षों में अकेले महाराष्ट्र में 12 हजार लघु उद्योग बंद हो गए हैं.

सरकार की उदासीनता
राज्य में ढाई वर्षों तक पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में एमवीए गठबंधन की सरकार थी. इन ढाई वर्षों में राज्य के कई उद्योग दूसरे राज्यों में चले गए. गुजरात में उद्योगों को भगाने के लिए विपक्ष की ओर से शोर मचाया जा रहा है. विपक्ष आरोप लगा रहा है कि भाजपा नीत महायुति सरकार गुजरात समर्थक है, महाराष्ट्र विरोधी है; लेकिन सिर्फ इन ढाई सालों में ही नहीं, बल्कि उससे पहले भी यह जानकारी सामने आ चुकी है कि महा विकास अघाड़ी सरकार में कई सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग बंद हो गए हैं. इसलिए राज्य में बंद हो रहे लघु उद्योगों को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की उदासीनता देखी जा रही है.

देश में 49 हजार लघु उद्योग बंद हुए
दूसरी ओर, देश भर में पिछले चार वर्षों में 49,342 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) बंद हुए हैं. इन उद्योगों के बंद होने के कारण लाखों लोग बेरोजगार हुए. बेरोजगारी की संख्या लाखों में है. 49,342 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों में से अकेले महाराष्ट्र में 12,000 उद्यम बंद हो गए. चौंकाने वाली बात यह है कि महाराष्ट्र में 12,000 छोटे उद्योगों के बंद होने से 54,000 से अधिक श्रमिकों बेरोजगार हो गए. उनके लिए रोजी-रोटी चलाना मुश्किल हो गया.

शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के प्रवक्ता ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि पिछले 4 वर्षों में, राज्य और देश में बड़ी संख्या में उद्योग बंद हो गए. जब महा विकास अघाड़ी की सरकार थी, तो राज्य में उद्योग आ रहे थे; लेकिन ढाई साल पहले राजनीतिक उथल-पुथल हुई. उस समय बगावत करने वाले विधायक पहले गुजरात में थे. महायुति की सरकार आने के बाद कई उद्योगों को गुजरात ले जाया गया है.

वहीं, भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा है कि महाविकास अघाड़ी सरकार में उद्योग की बहुत बुरी स्थिति थी. चार साल पहले कोरोना महामारी थी. एमवीए सरकार के दौरान राज्य में विकास ठप था; लेकिन हाल के दिनों में महायुति सरकार ने राज्य में कई उद्योग लाने की कोशिश की है. राज्य में और अधिक निवेश और उद्योग कैसे आ सकते हैं? हमारी सरकार प्रयास कर रही है.

यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के फैसले के खिलाफ शरद पवार गुट की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस

मुंबई: किसी भी राज्य में उद्योग उस राज्य के युवाओं को काम और रोजगार प्रदान करते हैं; जिससे उस राज्य में बेरोजगारी कम होती है. इसमें लघु उद्योगों की अहम भूमिका होती है. लेकिन कोविड महामारी के बाद महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार और महायुति सरकार में पिछले चार वर्षों में 12 हजार छोटे उद्योग बंद हो गए. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने संसद में बताया कि जुलाई 2020 से जुलाई 2024 तक के चार वर्षों में अकेले महाराष्ट्र में 12 हजार लघु उद्योग बंद हो गए हैं.

सरकार की उदासीनता
राज्य में ढाई वर्षों तक पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में एमवीए गठबंधन की सरकार थी. इन ढाई वर्षों में राज्य के कई उद्योग दूसरे राज्यों में चले गए. गुजरात में उद्योगों को भगाने के लिए विपक्ष की ओर से शोर मचाया जा रहा है. विपक्ष आरोप लगा रहा है कि भाजपा नीत महायुति सरकार गुजरात समर्थक है, महाराष्ट्र विरोधी है; लेकिन सिर्फ इन ढाई सालों में ही नहीं, बल्कि उससे पहले भी यह जानकारी सामने आ चुकी है कि महा विकास अघाड़ी सरकार में कई सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग बंद हो गए हैं. इसलिए राज्य में बंद हो रहे लघु उद्योगों को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की उदासीनता देखी जा रही है.

देश में 49 हजार लघु उद्योग बंद हुए
दूसरी ओर, देश भर में पिछले चार वर्षों में 49,342 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) बंद हुए हैं. इन उद्योगों के बंद होने के कारण लाखों लोग बेरोजगार हुए. बेरोजगारी की संख्या लाखों में है. 49,342 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों में से अकेले महाराष्ट्र में 12,000 उद्यम बंद हो गए. चौंकाने वाली बात यह है कि महाराष्ट्र में 12,000 छोटे उद्योगों के बंद होने से 54,000 से अधिक श्रमिकों बेरोजगार हो गए. उनके लिए रोजी-रोटी चलाना मुश्किल हो गया.

शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के प्रवक्ता ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि पिछले 4 वर्षों में, राज्य और देश में बड़ी संख्या में उद्योग बंद हो गए. जब महा विकास अघाड़ी की सरकार थी, तो राज्य में उद्योग आ रहे थे; लेकिन ढाई साल पहले राजनीतिक उथल-पुथल हुई. उस समय बगावत करने वाले विधायक पहले गुजरात में थे. महायुति की सरकार आने के बाद कई उद्योगों को गुजरात ले जाया गया है.

वहीं, भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा है कि महाविकास अघाड़ी सरकार में उद्योग की बहुत बुरी स्थिति थी. चार साल पहले कोरोना महामारी थी. एमवीए सरकार के दौरान राज्य में विकास ठप था; लेकिन हाल के दिनों में महायुति सरकार ने राज्य में कई उद्योग लाने की कोशिश की है. राज्य में और अधिक निवेश और उद्योग कैसे आ सकते हैं? हमारी सरकार प्रयास कर रही है.

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