देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा सत्र का दूसरा दिन हंगामेदार चल रहा है. विधानसभा सत्र के दूसरे दिन यूनिफॉर्म सिविल कोड बिल पर चर्चा चल रही है. जिसमें विपक्ष के विधायकों ने यूनिफॉर्म सिविल कोड बिल के प्रावधानों पस धामी सरकार को जमकर घेर रहे हैं. विपक्ष की ओर से उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने मोर्चा संभाला.
उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने यूसीसी में लिव इन रिलेशनशिप को लेकर सबसे पहले हल्ला बोला. उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने उत्तराखंड की संस्कृति का हवाला देते हुए इसके प्रावधानों के विरोध में प्वाइंट्स रखे. उन्होंने कहा ये बिल युवाओं की गोपनीयता भंग करने की कोशिश है. उन्होंने कहा यूसीसी में प्रावधान है कि सभी को शादी रजिस्टर्ड करवानी होगी. साथ ही लिव इन रिलेशनशिप को भी रजिस्टर्ड करवाना होगा. उन्होंने कहा इस बिल में सहवास, संभोग जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है, ये राजकीय भाषा का अपमान है.
उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा इस बिल के बाद दूसरे राज्यों से हमारे प्रदेश में लोग आएंगे. दूसरे राज्यों से यहां लोग आकर कानूनी रूप से रहेंगे. उन्होंने आज तक धार्मिक पर्यटन के लिए जाना जाता है. इस बिल के बाद उत्तराखंड लिव इन रिलेशनशिप स्टेट के रूप में जाना जाएगा.
उन्होंने कहा लिव इन रिलेशनशिप को बैन किया जाना चाहिए था. भुवन कापड़ा ने कहा यूसीसी ने इसे अब कानूनी कर दिया है. यह सनातन परंपराओं पर हमला है. इसके जरिये जो रिपॉर्ड रखा जाएगा, उस पर सामाजिक दृष्टि होगी, उसका जिम्मेदार कौन होगा? इसका जवाब सरकार को देना चाहिए.
उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि सभी धर्मों की अपनी संस्कृति है. सबकी अपनी अपनी पंरपराएं हैं. सभी की शादी रजिस्टर्ड होती है. हमारे देश में सभी एक दूसरे के धर्मों का सम्मान करते हैं. ये ही हमारे देश की खूबी है.
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