डीग. राजस्थान के डीग जिले के जुरहरा क्षेत्र के गांव समधिका निवासी एक युवक समेत चार युवकों को ओडिशा में नक्सलियों ने बंधक बना लिया है. नक्सलयों ने बंधकों को छोड़ने की एवज में 1.5 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी है. नक्सलियों ने 5 दिन पहले (20 जून) इन चारों लोगों को बंधक बनाया था. वहीं, ओडिशा के मलकानगिरी जिले के एसपी नितेश वाधवानी ने बताया कि यह घटना ओडिशा नहीं छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुई है और नक्सलियों ने फिरौती के पैसे मिलने पर बंधकों को छोड़ दिया है.
डीग एसपी राजेश कुमार ने बताया कि मीडिया के जरिए मालूम हुआ है कोई युवक जुरहरा के समधिका गांव का है, जिसे ओडिशा में नक्सलियों ने बंधक बनाया है. सीओ कामां धर्मराज चौधरी ने बताया कि इस संबंध में परिजनों की ओर से हमारे पास कोई शिकायत नहीं मिली है. ओडिशा पुलिस प्रशासन की ओर से भी संपर्क नहीं किया गया है. इस मामले में परिजनों ने पुलिस प्रशासन को कोई शिकायत नहीं दी है. वहीं, बंधकों के परिजनों ने बताया कि नक्सलियों को फिरौती की रकम पहुंचने के बाद मंगलवार दोपहर में नक्सलियों ने फैजल समेत चारों बंधकों को छोड़ दिया और सभी लोग सुरक्षित हैं.
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20 जून को बनाया बंधक : डीग जिले के गांव समधिका निवासी वसीम ने बताया कि उसके दो भाई ओडिशा में एक कंपनी में ठेका पर जेसीबी चलाते हैं. भाई फैजल एक माह पहले ही बड़े भाई के साथ ओडिशा गया था. 20 जून को वो जिस क्षेत्र में जेसीबी से पाइपलाइन डालने के लिए खुदाई कर रहे थे, उसी दौरान नक्सलियों ने फैजल समेत चार लोगों को बंधक बना लिया. बंधक बनाए गए युवकों में फैजल के अलावा एक युवक हरियाणा का और दो ओडिशा के रहने वाले हैं.
फैजल को ही फिरौती की रकम लेने भेजा : वसीम ने बताया कि नक्सलियों से युवकों को जान का खतरा है, जिसकी वजह से उन्होंने घटना के संबंध में पुलिस और प्रशासन में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने संबंधित कंपनी से चार युवकों को छोड़ने की एवज में डेढ़ करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी. आज कंपनी ने नक्सलियों को फिरौती की रकम पहुंचा दी गई. नक्सलियों ने फैजल को ही फिरौती की रकम लेने भेजा था. साथ ही नक्सलियों ने वादा किया है कि फिरौती की रकम मिलने के 3 घंटे बाद सभी को छोड़ दिया जाएगा.