अमृतसर: पंजाब के अमृतसर से एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों पर घूमने गए एक स्पेनिश जोड़े के साथ मारपीट की गई. एनआरआई कंवलजीत सिंह अपनी स्पेनिश पत्नी और भाई के साथ डलहौजी घूमने गए हुए थे. जानकारी के मुताबिक एक एनआरआई पंजाबी परिवार स्पेन में रहता था. वे लोग वहां से सबकुछ छोड़कर लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से पंजाब आए हैं. डलहौजी घूमने के क्रम में उन लोगों का पार्किंग के ठेकेदार से बहस हो गई. जिसके बाद पार्किंग ठेकेदार ने कुछ लोगों को इकट्ठा कर लिया और उनकी जमकर पिटाई कर दी. स्पेनिश महिला ने बताया कि, उनके पति दो दिन तक कोमा में रहे. जब तीसरे दिन होश आया तो स्पेनिश जोड़े ने मीडिया को पूरी घटना की जानकारी दी.
कंगना थप्पड़ कांड के कारण पंजाबी एनआरआई को पीटा!
एनआरआई महिला ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि, वह अपने पति और देवर के साथ हिमाचल प्रदेश के डलहौजी घूमने गए थे जहां पार्किंग को लेकर उसके पति और देवर का पार्किंग ठेकेदार से कहासुनी हो गई. विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि, पार्किंग ठेकेदार ने उन पर हमला कर दिया. महिला का आरोप है कि, ठेकेदार ने जान से मारने की नीयत से उन पर हमला किया. इस हमले में वे लोग बूरी तरह घायल हो गए. महिला ने आगे बताया कि, इस घटना में उनके घायल पति को 2 दिन तक कोमा में रहना पड़ा. स्पेनिश महिला ने कहा कि, वे लोग यहां असुरक्षित हैं. उन्होंने यह भी कहा कि, जब हिमाचल में उन्हें पीटा जा रहा था वहां मौजूद कोई भी व्यक्ति उन्हें बचाने के लिए आगे नहीं आया. महिला ने कहा कि, उन्होंने मारपीट का वीडियो भी बनाया था, जिसे हिमाचल पुलिस ने उसके मोबाइल फोन से डिलीट कर दिया. महिला ने कहा कि मारपीट के दौरान पुलिस ने बीच आकर उनका बचाव किया इसलिए वे लोग बच गई. लेकिन वहां उनकी एक नहीं सुनी गई. एनआरआई दंपती के मुताबिक, कंगना रनौत थप्पड़ विवाद के कारण हिमाचल प्रदेश के लोगों ने उन्हें निशाना बनाया.
पिछले दिनों चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर हिमाचल से नवनिर्वाचित भाजपा सांसद कंगना रनौत को सीआईएसएफ महिला सुरक्षाकर्मी कुलविंदर कौर के थप्पड़ मारने का मामला सामने आया था. सीआईएसएफ कांस्टेबल कुलविंदर कौर को निलंबित कर दिया गया और उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
रोजगार के लिए विदेश से पंजाब आया था परिवार
पीड़ित एनआरआई कवलजीत सिंह ने कहा कि वह 25 साल से अधिक समय से स्पेन में रह रहे थे. उन्होंने कहा कि, पंजाब सरकार ने राज्य में एनआरआई के लिए रोजगार के दरवाजे खोले हैं. जब उनको पता लगा कि वे लोग पंजाब में रोजगार शुरू कर सकते हैं तो, स्पेन छोड़कर पंजाब आ गए. कवंलजीत सिंह ने बताया कि, उन्होंने स्पेन में सबकुछ छोड़कर यहां पंजाब में लोगों के लिए रोजगार देने के उद्देश्य से काम शुरू किया था. उन्होंने कहा कि, उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है. हम घूमने के लिए हिमाचल गए थे और वहां के लोगों ने उन पर हमला कर दिया. इस घटना का परिवार के मन पर गहरा असर पड़ा. वहीं पीड़ित परिवार ने सुरक्षा की मांग की है.
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