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धर्मांतरण केस : 20 साल पहले हिंदू से मुस्लिम बना मौलाना उमर, NIA ATS कोर्ट ने 14 आरोपियों को पाया दोषी, कल होगी सजा - Maulana Umar guilty

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 10, 2024, 4:59 PM IST

Updated : Sep 10, 2024, 6:04 PM IST

धर्मांतरण के मामले में मौलाना उमर गौतम व कलीम सिद्दकी समेत 14 आरोपियों को एनआईए एटीएस (NIA ATS) कोर्ट ने दोषी पाया है. सभी आरोपियों को कोर्ट कल सजा सुनाएगी.

धर्मांतरण केस में NIA ATS कोर्ट ने मौलाना उमर समेत 14 आरोपियों को पाया दोषी.
धर्मांतरण केस में NIA ATS कोर्ट ने मौलाना उमर समेत 14 आरोपियों को पाया दोषी. (Photo Credit; ETV Bharat)

लखनऊ : धर्मांतरण के मामले में मौलाना उमर गौतम व कलीम सिद्दकी समेत 14 आरोपियों को एनआईए एटीएस (NIA ATS) कोर्ट ने दोषी पाया है. सभी आरोपियों को कोर्ट कल सजा सुनाएगी. उमर गौतम को वर्ष 2021 में गौतमबुद्ध नगर से ATS ने गिरफ्तार किया था. उमर गौतम के अलावा धर्मांतरण के इस सिण्डिकेट में उसका बेटा भी शामिल था. मंगलवार को एनआईए एटीएस कोर्ट के जज विववकानंद शरण त्रिपाठी ने फतेहपुर निवासी मौलाना उमर गौतम, उसके बेटे अब्दुल्ला, मौलाना कलीम सिद्दकी समेत 14 आरोपियों को दोषी पाया.

यूपी के फतेहपुर के रहने वाला हैं उमर गौतम : मौलाना उमर गौतम मूल रूप से यूपी के फतेहपुर का रहने वाला है. जिसका जन्म 1964 में हिंदू राजपूत परिवार में जन्म हुआ था. तब इनका नाम श्याम प्रताप सिंह गौतम हुआ करता था. नैनीताल में पढ़ाई के उनकी मुलाक़ात बिजनौर के नासिर खान से हुई थी. जिसके बाद नासिर द्वारा उन्हें दी जाने वाली इस्लामिक किताबें पढ़ने के बाद उन्होंने 1984 इस्लाम धर्म कबूल लिया था.

दिल्ली में इस्लामिक दावा सेंटर बनाया : मौलाना उमर गौतम ने पढ़ाई खत्म करने के बाद देश दुनिया में इस्लाम पर व्याख्यान देना शुरू किया. इतना ही नहीं अपनी हिन्दू से मुस्लमान बनने की कहानी सुनाकर वो लोगों को भी इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए कहने लगा. धीरे-धीरे उसने इस्लामिक दावा सेंटर का गठन किया, जो दिल्ली के जामिया नगर के बटला हाउस इलाके की नूह मस्जिद के पास है. इस सेंटर के जरिए वो दूसरे तमाम धर्म के लोगों को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करने लगा. एक शिक्षका ने मौलाना उमर गौतम के खिलाफ धर्म परिवर्तन करवाने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया. जिसके बाद यूपी ATS ने इस मामले में अपनी जांच शुरू करते हुए गिरफ्तार कर लिया था.

विदेशों से होती थी करोड़ों की फंडिंग: धर्मांतरण के मामले में यूपी ATS ने अपनी जांच शुरू की तो सामने आया कि उमर गौतम को अलग-अलग अकाउंट में विदेश से करीब 57 करोड़ रूपये मिले थे. इन पैसों को धर्म परिवर्तन करने वालों को बांटे जाते थे, जो उमर का बेटा अब्दुल्ला करता था. इतना ही नहीं, अब्दुल्ला का साथ उमर द्वारा संचालित अल फारूखी मदरसा व मस्जिद और इस्लामिक दावा का काम देखने वाले जहांगीर आलम, कौसर और फराज शाह देते थे. यूपी ATS ने इस मामले में देश भर से 17 लोगों कि गिरफ्तारी की थी.

यह भी पढ़ें : CBI अफसर बन लखनऊ की महिला डॉक्टर काे किया डिजिटल अरेस्ट, VIDEO काॅल पर कहा- कपड़े उतारो - Female doctor digital arrested

लखनऊ : धर्मांतरण के मामले में मौलाना उमर गौतम व कलीम सिद्दकी समेत 14 आरोपियों को एनआईए एटीएस (NIA ATS) कोर्ट ने दोषी पाया है. सभी आरोपियों को कोर्ट कल सजा सुनाएगी. उमर गौतम को वर्ष 2021 में गौतमबुद्ध नगर से ATS ने गिरफ्तार किया था. उमर गौतम के अलावा धर्मांतरण के इस सिण्डिकेट में उसका बेटा भी शामिल था. मंगलवार को एनआईए एटीएस कोर्ट के जज विववकानंद शरण त्रिपाठी ने फतेहपुर निवासी मौलाना उमर गौतम, उसके बेटे अब्दुल्ला, मौलाना कलीम सिद्दकी समेत 14 आरोपियों को दोषी पाया.

यूपी के फतेहपुर के रहने वाला हैं उमर गौतम : मौलाना उमर गौतम मूल रूप से यूपी के फतेहपुर का रहने वाला है. जिसका जन्म 1964 में हिंदू राजपूत परिवार में जन्म हुआ था. तब इनका नाम श्याम प्रताप सिंह गौतम हुआ करता था. नैनीताल में पढ़ाई के उनकी मुलाक़ात बिजनौर के नासिर खान से हुई थी. जिसके बाद नासिर द्वारा उन्हें दी जाने वाली इस्लामिक किताबें पढ़ने के बाद उन्होंने 1984 इस्लाम धर्म कबूल लिया था.

दिल्ली में इस्लामिक दावा सेंटर बनाया : मौलाना उमर गौतम ने पढ़ाई खत्म करने के बाद देश दुनिया में इस्लाम पर व्याख्यान देना शुरू किया. इतना ही नहीं अपनी हिन्दू से मुस्लमान बनने की कहानी सुनाकर वो लोगों को भी इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए कहने लगा. धीरे-धीरे उसने इस्लामिक दावा सेंटर का गठन किया, जो दिल्ली के जामिया नगर के बटला हाउस इलाके की नूह मस्जिद के पास है. इस सेंटर के जरिए वो दूसरे तमाम धर्म के लोगों को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करने लगा. एक शिक्षका ने मौलाना उमर गौतम के खिलाफ धर्म परिवर्तन करवाने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया. जिसके बाद यूपी ATS ने इस मामले में अपनी जांच शुरू करते हुए गिरफ्तार कर लिया था.

विदेशों से होती थी करोड़ों की फंडिंग: धर्मांतरण के मामले में यूपी ATS ने अपनी जांच शुरू की तो सामने आया कि उमर गौतम को अलग-अलग अकाउंट में विदेश से करीब 57 करोड़ रूपये मिले थे. इन पैसों को धर्म परिवर्तन करने वालों को बांटे जाते थे, जो उमर का बेटा अब्दुल्ला करता था. इतना ही नहीं, अब्दुल्ला का साथ उमर द्वारा संचालित अल फारूखी मदरसा व मस्जिद और इस्लामिक दावा का काम देखने वाले जहांगीर आलम, कौसर और फराज शाह देते थे. यूपी ATS ने इस मामले में देश भर से 17 लोगों कि गिरफ्तारी की थी.

यह भी पढ़ें : CBI अफसर बन लखनऊ की महिला डॉक्टर काे किया डिजिटल अरेस्ट, VIDEO काॅल पर कहा- कपड़े उतारो - Female doctor digital arrested

Last Updated : Sep 10, 2024, 6:04 PM IST
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