दंतेवाड़ा: फोर्स के सामने 8 लाख के हार्डकोर इनामी नक्सली चैतू डोडी ने आज आत्मसमर्पण कर दिया. समर्पण करने वाला नक्सली कई सालों से पामेड़ एरिया कमेटी में सक्रिय था. सरेंडर करने वाले नक्सली पर कई अलग अलग थाना क्षेत्रों में कई मामले दर्ज हैं. समर्पण करने वाले नक्सली को सरकार की नई पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा. सरकार ने जब से बस्तर में लोन वर्राटू अभियान चलाया है तब से बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं. सुकमा में भी आज फोर्स के सामने पांच हार्डकोर माओवादियों ने हथियार डाल दिए.
दंतेवाड़ा में 8 लाख के इनामी नक्सली ने छोड़ा आतंक का रास्ता: पुलिस लंबे वक्त से ये कह रही है कि नक्सलियों के बड़े नेता नीचे के नक्सलियों का जमकर शोषण करते हैं. इसी प्रताड़ना से तंग आकर 8 लाख के इनामी माओवादी ने हथियार डालने का फैसला किया. सरेंडर करने वाले नक्सली के मुताबिक उसे लोन वर्राटू अभियान पर भरोसा जगा और उसने आत्मसमर्पण कर दिया. चैतू ने दंतेवाड़ा के डीआरजी दफ्तर में फोर्स के आगे सरेंडर किया. प्रशासन की ओर से उसे पुनर्वास नीति का लाभ दिया गया.
लोन वर्राटू अभियान के तहत 845 नक्सली छोड़ चुके हैं हिंसा का रास्ता: सरकार ने घर लौट आइए अभियान के तहत अबतक 845 नक्सली हिंसा छोड़ चुके हैं. शासन की ओर से हिंसा का रास्ता छोड़ने वालों को नकद राशि के साथ कई सुविधाएं नए जीवन की शुरुआत के लिए दी जा रही है. हथियार डालने वालों में 187 इनामी नक्सली सहित कुल 845 नक्सली शामिल हैं. लगातार नक्सलियों के सरेंडर करने से माओवादियों की कमर बस्तर में टूट चुकी है.
सुकमा में पांच नक्सलियों ने किया सरेंडर: सुकमा में पांच नक्सलियों ने फोर्स के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. सरेंडर करने वाले माओवादियों में दो पर तीन लाख का इनाम था. नक्सलियों ने सीआरपीएफ के सामने हथियार डाले. सरेंडर करने वाले नक्सली बड़े नेताओं की हरकतों से काफी परेशान थे. आत्मसमर्पण करने वालों में करतम सुक्का उर्फ हड़मा पर 2 लाख का इनाम था. सियाम बद्रा पर 1 लाख का इनाम था. पुलिस अधिकारी ने बताया कि सिंदुरगुडा रिवोल्यूशनरी पार्टी कमेटी के सदस्य मड़कम हड़मा ने बंदूक के साथ आत्मसमर्पण किया है.
''नक्सल विरोधी अभियान के दौरान दो इनामी नक्सलियों सहित पांच माओवादियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वाले माओवादियों को सरकार की नई पुनर्वास नीति नियद नेल्लानार योजना के तहत जो सुविधाएं मिलनी है वो दी जा रही हैं. सरेंडर करने वाले नक्सली अपने बड़े नेताओं की हरकतों से काफी परेशान थे. माओवाद के नाम आदिवासियों का शोषण ही नक्सली कर रहे हैं. आदिवासिय पर हो रहे अत्याचार से संगठन में काम करने वाले छोटे नक्सली भी परेशान हैं. बाहरी माओवादियों और उनके नेता स्थानीय लोगों को परेशान कर रहे हैं.'' - किरण चव्हाण, एसपी, सुकमा
सरेंडर करने वालों में हार्डकोर और इनामी नक्सली भी शामिल: सरेंडर करने वाले नक्लियों में नक्सली करटम सुक्का उर्फ हड़मा जो कंपनी बटालियन नंबर 1 प्लाटून नंबर 2 सेक्शन नंबर ए का पार्टी सदस्य रहा है. सुक्का के ऊपर छत्तीसगढ़ सरकार ने 2 लाख का ईनाम घोषित किया था. सोयम बदरा DAKMS अध्यक्ष और जनताना सरकार अध्यक्ष है. सरकार ने इसकी गिरफ्तारी पर 1 लाख का इनाम रखा था.