नारायणपुर: नारायणपुर के माड़ के जंगलों में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. बुधवार दोपहर एक बजे से यह मुठभेड़ शुरू हुई. जिसमें कांकेर के एक जवान शहीद हो गए हैं. मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से गोलीबारी का दौर जारी रहा. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इस मुठभेड़ की पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि हमारे जवानों ने लगातार नक्सलियों की फायरिंग का जवाब दिया.
नारायणपुर कोंडागांव सीमा पर एनकाउंटर: नारायणपुर कोंडागांव की सीमा पर अबूझमाड़ के जंगलों में यह एनकाउंटर हुआ. इसमें दो जिलों की सुरक्षाबलों की टीम शामिल हुई. नारायणपुर और कोंडागांव की डीआरजी टीम और बीएसएफ की टीम इस नक्सल मुठभेड़ में शामिल हुई. इस इलाके में 3 दिसंबर को सुरक्षाबलों की टीम रवाना हुई थी. उसके बाद फोर्स पूरे इलाके में नक्सल ऑपरेशन का कार्य कर रही थी तभी बुधवार को सुरक्षाबलों के जवानों का नक्सलियों से सामना हो गया.
एक जवान शहीद: नक्सल एनकाउंटर में एक प्रधान आरक्षक शहीद हुआ है. शहीद प्रधान आरक्षक का नाम बिरेंद्र कुमार सोरी है. वह नारायणपुर जिला बल में साल 2010 में आरक्षक के पद पर नियुक्त हुआ था. उसके बाद साल 2018 के नक्सल ऑपरेशन में अदम्य साहस दिखाने पर उनका प्रमोशन प्रधान आरक्षक के पद पर हुआ था. शहीद जवान बिरेंद्र कुमार सोरी के पार्थिव शरीर को सम्मान के साथ नारायणपुर लाकर 05 दिसम्बर को लगभग 11 बजे अंतिम सलामी दी जाएगी. उसके बाद उनके पार्थिव शरीर को कांकेर के लिए रवाना किया जाएगा. शहीद जवान की उम्र 36 साल थी. बस्तर आईजी ने जवान की शहादत की पुष्टि की है.