मुंबई: शहर के घाटकोपर होर्डिंग हादसे के बाद एनडीआरएफ की ओर से राहत-बचाव अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान बुधवार को एक बड़ा हादसा टल गया. पेट्रोल पंप के ऊपर गिरे होर्डिंग को हटाने के दौरान पेट्रोल पंप में आग लग गई. एनडीआरएफ कर्मियों और दमकल कर्मियों की मदद से तुरंत आग पर काबू पा लिया गया. इससे बड़ा हादसा टल गया.
बता दें कि घाटकोपर में सोमवार शाम एक होर्डिंग गिरने से 14 लोगों की मौत हो गई. वहीं इस घटना में 89 लोग घायल हो गए. एनडीआरएफ और नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा विशाल होर्डिंग को हटाने का काम अभी भी जारी है. होर्डिंग इतना विशाल था कि इस घटना के दो दिन बाद भी होर्डिंग को हटाने का काम जारी है. जिस जगह पर होर्डिंग गिरा वहां एक पेट्रोल पंप है. इसलिए होर्डिंग को हटाने के लिए एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड के जवानों का काम सावधानी से चल रहा है. हालांकि, सावधानी बरतने के बावजूद पेट्रोल पंप में आग लगने की घटना हुई है.
होर्डिंग में इस्तेमाल लोहे की भारी छड़ों को काटने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसकी चिंगारी से आज पेट्रोल पंप में आग लग गई. मौके पर मुंबई फायर ब्रिगेड की टीम मौजूद थी. उन्होंने दस मिनट में आग पर काबू पा लिया. फायर ब्रिगेड की ओर से कहा गया है कि इस घटना में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है.
आग पर काबू पाने के बाद बचाव कार्य फिर से शुरू किया गया. 13 मई को मुंबई में अचानक आई धूल भरी आंधी और तूफान के कारण घाटकोपर के पंत नगर इलाके में एक बड़ा होर्डिंग गिर गया. आसपास के कई घर और एक पेट्रोल पंप इसके नीचे दब गए. इसके अलावा 60 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया. प्रशासन को आशंका है कि अभी भी कुछ लोग अंदर फंसे हुए हैं. पेट्रोल पंप के भूमिगत भंडारण में आग लगने का खतरा है. इसलिए, एनडीआरएफ द्वारा बचाव कार्यों में उपकरणों का न्यूनतम उपयोग किया जा रहा है.
होर्डिंग केस का मुख्य आरोपी फरार, पकड़ने के लिए पुलिस की सात टीमें गठित
घाटकोपर के छेदा नगर में एक पेट्रोल पंप पर 120 गुणा 120 फीट आकार का बड़ा होर्डिंग गिरने से 14 लोगों की जान चली गई. पुलिस उपायुक्त पुरूषोत्तम कराड ने बताया कि एगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के मालिक भावेश भिंडे और तीन अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ सोमवार देर रात पंतनगर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड की धारा 304, 338, 337 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है.हालांकि, सूत्रों ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद से आरोपी भावेश भिंडे फरार है, इसलिए मुंबई पुलिस ने उसका पता लगाने के लिए सात टीमों का गठन किया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी भावेश भिंडे महाराष्ट्र से बाहर भाग गया है. 23 से अधिक अपराधों के आरोपी भावेश भिंडे ने 2009 में मुलुंड से निर्दलीय चुनाव लड़ा था. उसने चुनाव के दौरान उन्होंने चुनाव आयोग को एक हलफनामा सौंपा था और अपने खिलाफ अपराधों के बारे में विस्तृत जानकारी दी थी.