पटना: 2024 के लोकसभा चुनाव में आरक्षण का मसला लगातार बड़ा बनता जा रहा है. विपक्ष केंद्र सरकार पर आरक्षण खत्म करने की साजिश का आरोप लगा रहा है. वहीं, अब पूर्व मंत्री और वीआईपी चीफ मुकेश सहनी ने भी बीजेपी पर संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने की साजिश का आरोप लगाया है. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर आपत्तिजनक बयान दिया है.
'बीजेपी के लोग आरक्षण खत्म करना चाहते हैं': मुकेश सहनी ने कहा कि सोमवार को झंझारपुर की रैली में गृह मंत्री अमित शाह ने जिस प्रकार कहा कि अब बिहार में लोग जाति के आधार पर वोट नहीं करेंगे बल्कि मेरिट के आधार पर वोट करेंगे. गृह मंत्री के इस बयान पर मुकेश सहनी ने कहा कि "इसका साफ-साफ अर्थ है कि बीजेपी के लोग आरक्षण खत्म करना चाहते हैं."
'जाति हमारी पहचान है': मुकेश सहनी ने कहा कि जाति हमारी पहचान है.हर जाति की अपनी एक पहचान है. सब अपनी जाति में ही रहते हैं. अपने बेटे-बेटी की शादी जाति में ही करते हैं. रही मेरिट की बात तो आप खुलकर आइये मैदान में और चर्चा कीजिए. आप आरक्षण खत्म करना चाहते हैं, ये मुझे पता है.
'भागवत भी ऐसी बात कर चुके हैं': मुकेश सहनी ने कहा कि इसके पहले मोहन भागवत भी इसी तरह का बयान दे चुके हैं और अब गृह मंत्री अमित शाह ने भी झंझारपुर में ऐसा ही बयान दिया है कि मेरिट पर हम करेंगे. बाबा साहेब भीमराव अंबेदकर ने कहा था कि जो लोग पीछे रह गये उन्हें आगे लाने के लिए आरक्षण जरूरी है. तो आप उसको खत्म करना चाहते हैं, खुलकर बताइये !"
'प्रधानमंत्री झूठ बोल रहे हैं': कर्नाटक में ओबीसी के आरक्षण को छीनकर मुस्लिमों को देने के प्रधानमंत्री के आरोप पर मुकेश सहनी ने कहा कि "ऐसा कुछ नहीं है. प्रधानमंत्री इतना झूठ बोलते हैं कि हमलोगों को शरम आ रहा है कि हमारे देश का प्रधानमंत्री सिर्फ चुनाव जीतने के लिए इतना झूठ बोलता है."
'10 साल से ताली बजा रहे थे क्या ?': मंडल कमीशन को रोक कर रखने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराने के अमित शाह के बयान पर कहा कि आप 10 साल से ताली बजा रहे थे क्या ? आप 10 साल से सरकार में थे तो आपने क्यों नहीं मंडल कमीशन लागू किया." इस दौरान मुकेश सहनी ने अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया.