बेंगलुरु: कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) गठबंधन ने कथित MUDA और वाल्मीकि निगम घोटालों को लेकर शनिवार को बेंगलुरु के केंगेरी से मैसूर तक अपनी 8 दिवसीय 'मैसूर चलो' पदयात्रा शुरू की. केंगेरी के केम्पम्मा मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद 140 किलोमीटर की 8 दिवसीय पदयात्रा का शुभारंभ हुआ.
शनिवार को यह पदयात्रा बेंगलुरु से बिदादी तक जाएगी. केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र, पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा, कर्नाटक राज्य प्रभारी राधा मोहन दास, पूर्व सीएम सदानंद गौड़ा, पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, शोभा करंदलाजे, वी सोमन्ना, जेडीएस नेता बंदेप्पा काशमपुरा, बोजे गौड़ा, जीटी देवेगौड़ा मौजूद हैं.
विपक्ष के नेता आर अशोक, चलवदी नारायण स्वामी, अश्वथ नारायण, सांसद गोविंदा करजोला, सांसद यधुवीर, विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी, पीसी मोहन, तेजस्वी सूर्या, सुनील कुमार, जनार्दन रेड्डी मौजूद हैं. दोनों दलों के कोर कमेटी के सदस्य और सांसदों समेत करीब 45 नेता मंच पर मौजूद थे.
प्रबंधन के लिए विभिन्न मोर्चों के साथ टीमें गठित की गई हैं. पहले दिन की पदयात्रा का संचालन युवा मोर्चा करेगा. प्रतिदिन पांच से छह हजार लोग भाग लेंगे, जिसमें प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 200 लोग शामिल होंगे.
सात दिनों तक चलने वाली इस पदयात्रा में विधानसभा और विधान परिषद के सदस्यों के साथ ही राज्य के सभी जिलों के नेता और पदाधिकारी शामिल होंगे. पदयात्रा की सफलता के लिए 20 से 22 सेक्शन बनाए गए हैं. समापन समारोह 10 अगस्त को सुबह 10.30 बजे मैसूर में होगा.