बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मांग की कि संवैधानिक संशोधन की बात करने वाले बीजेपी सांसद अनंत कुमार हेगड़े को चुनाव लड़ने से स्थायी रूप से अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए. संविधान पर बीजेपी की टिप्पणी पर सीएम ने प्रेस बयान जारी किया है. ऐसा लगता है कि बीजेपी आज के संविधान से पहले के 'मनु प्रणीत संविधान' को लागू करने का कुत्सित विचार रखती है.
सीएम ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री हेगड़े की राय से सहमत नहीं हैं तो उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया जाए. संविधान पर सांसद अनंतकुमार हेगड़े का बयान निजी विचार नहीं, यह भारतीय जनता पार्टी के छिपे एजेंडे का हिस्सा है. हमारा संविधान सभी धर्मों को समान रूप से मानता है. प्रत्येक नागरिक को अपने धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता दी गई है.
यह स्पष्ट है कि हेगड़े और उनकी पार्टी के पास मनु प्रणीत संविधान को लागू करने का बुरा विचार है. ये बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान से पहले मौजूद था. यह पहली बार नहीं है कि अनंत कुमार हेगड़े ने संविधान के खिलाफ बोला है. बीजेपी सांसद संविधान के खिलाफ कहते रहते हैं. सीएम ने कहा कि यह स्पष्ट है कि पार्टी और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को हेगड का समर्थन प्राप्त है. अगर हम देखें कि अब तक भाजपा नेता बिना किसी चेतावनी के अप्रत्यक्ष रूप से उनका समर्थन करते रहे हैं.
अगर पीएम मोदी हेगड़े की राय से सहमत नहीं हैं तो सबसे पहले उन्हें पार्टी से निकाला जाना चाहिए. अगर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो इसका मतलब है कि प्रधानमंत्री हेगड़े की राय से सहमत हैं. सीएम ने कहा, पीएम मोदी के सार्वजनिक भाषणों में संविधान के प्रति प्रतिबद्धता के शब्दों को खोखले शब्द समझा जाना चाहिए.
अनंत कुमार हेगड़े जैसा सांसद पार्टी नेताओं के समर्थन के बिना ऐसे संविधान विरोधी बयान नहीं दे सकता. जिस अनंत कुमार हेगड़े ने शपथ ली है कि वह संविधान के अनुसार काम करेंगे. उसी संविधान के खिलाफ बयान देना निश्चित रूप से एक दंडनीय अपराध है. सीएम का आग्रह लोकसभा अध्यक्ष को इस पर ध्यान देना चाहिए और हेगड़े के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और उन्हें चुनाव लड़ने से स्थायी रूप से अयोग्य घोषित करना चाहिए.
भाजपा ने सांसद अनंत कुमार हेगड़े की टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया. भाजपा की कर्नाटक इकाई ने रविवार को संविधान में संशोधन पर सांसद अनंत कुमार हेगड़े की टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया और इसे 'व्यक्तिगत विचार' बताया और कहा कि वह उनसे स्पष्टीकरण मांगेगी. पार्टी ने कहा कि वह संविधान को बनाए रखने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है और हेगड़े की टिप्पणी उसके रुख को प्रतिबिंबित नहीं करती है.
बीजेपी कर्नाटक ने एक्स पर कहा, 'संविधान पर सांसद अनंतकुमार हेगड़े की टिप्पणी उनके निजी विचार हैं और पार्टी के रुख को प्रतिबिंबित नहीं किया है. बीजेपी देश के संविधान को बनाए रखने के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है और हेगड़े से उनकी टिप्पणियों के संबंध में स्पष्टीकरण मांगेगी.'
हेगड़े ने कहा है कि पार्टी के लिए लोकसभा और राज्यसभा में दो-तिहाई बहुमत हासिल करना और 20 से अधिक राज्यों में सत्ता में आना जरूरी है, ताकि कथित विकृतियों और इसमें कांग्रेस द्वारा अनावश्यक रूप से जोड़े गए चीजों को सही करने के उद्देश्य से संविधान में संशोधन किया जा सके. कर्नाटक से छह बार के लोकसभा सदस्य ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में एनडीए को 400 से अधिक सीटें जीतने से अंततः उच्च सदन में समान बहुमत जुटाने में मदद मिलेगी और दो-तिहाई राज्य भी हासिल होंगे.
उन्होंने उत्तर कन्नड़ जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'यदि संविधान में संशोधन करना है. कांग्रेस के द्वारा संविधान के मूल रूप को विकृत किया है. उसमें अनावश्यक चीजों को जबरदस्ती भर दिया गया है. विशेष रूप से ऐसे कानून लाकर, जिनका उद्देश्य हिंदू समाज को दबाना है. यदि यह सब बदलना है तो वर्तमान बहुमत के संभव नहीं हो सकेगा.