हैदराबाद: मोटापा उन समस्याओं में से एक है जो वर्तमान में कई लोगों को परेशान कर रही है. खान-पान की आदतों में बदलाव और शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण लोगों का वजन बढ़ रहा है. मोटापा केवल आपके शारीरिक पर ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी आप पर नेगेटिव असर डालता है. मोटापे को ‘लाइफस्टाइल डिजीज’ भी कहा जाता है. इसका मतलब ये कि जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों को किसी व्यक्ति के जीवन जीने के तरीके से जुड़ी बीमारियों के रूप में परिभाषित किया जा सकता है. यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि मोटापे से छुटकारा दिलाने में भी आपके लाइफस्टाइल का ही बहुत बड़ा रोल होता है.
क्यों होता है मोटापा
मोटापा आम तौर पर बहुत अधिक खाने और बहुत कम चलने के कारण होता है. अगर आप उच्च मात्रा में ऊर्जा, विशेष रूप से वसा और शर्करा का उपभोग करते हैं, लेकिन व्यायाम और शारीरिक गतिविधि के माध्यम से ऊर्जा को बर्बाद नहीं करते हैं, तो अतिरिक्त ऊर्जा का अधिकांश भाग शरीर द्वारा वसा के रूप में स्टोर कर लिया जाता है. ज्यादा वजन और मोटापे को असामान्य या अत्यधिक फैट स्टोर के रूप में परिभाषित किया गया है जो स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करता है. 25 से ज्यादा बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) को ज्यादा वजन माना जाता है, और 30 से ज्यादा को मोटापा माना जाता है.
लगातार बढ़ रही मोटापे की समस्याएं
वयस्कों और बच्चों में अधिक वजन और मोटापे की दर लगातार बढ़ रही है. 1990 से 2022 तक, विश्व स्तर पर मोटापे के साथ रहने वाले 5-19 वर्ष की आयु के बच्चों और किशोरों का प्रतिशत 2 फीसदी से चार गुना बढ़कर 8 फीसदी हो गया, जबकि मोटापे से ग्रस्त 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वयस्कों का प्रतिशत 7 फीसदी से दोगुना से भी अधिक बढ़कर 16 फीसदी हो गया है. मोटापा कुपोषण के दोहरे बोझ का एक पक्ष है, और आज दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र को छोड़कर हर क्षेत्र में कम वजन वाले लोगों की तुलना में अधिक लोग मोटापे से ग्रस्त हैं. एक समय इसे केवल उच्च आय वाले देशों में ही एक समस्या माना जाता था, लेकिन आज कुछ मध्यम आय वाले देशों में दुनिया भर में अधिक वजन और मोटापे का प्रचलन सबसे ज्यादा है.
इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
तीस साल की उम्र के बाद लोगों को वजन कम करने में काफी परेशानी होती है. ऐसे में अगर आप भी स्लिम होने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इसके लिए काफी मेहनत भी कर रहे हैं, लेकिन, कोई परिणाम नहीं मिल रहा. केवल निराशा ही हाथ लग रहा. ऐसे में अब टेंशन लेने की जरुरत नहीं है. इन कुछ टिप्स को अपनाकर आप अपने मोटापे और पेट के आसपास की चर्बी को आसानी कम कर सकते हैं.
लेकिन, यहां याद रखने वाली बात यह है कि आपका वजन एक दिन में नहीं बढ़ा, जो एक दिन में ही कम हो जाएगा. वजन कम करना कोई रातोरात की बात नहीं है. इसके लिए योजना बनाने और लगातार अभ्यास करने की आवश्यकता है. आपकी दिनचर्या में सुबह उठना सबसे अनिवार्य होगा. इसके साथ ही इस खबर के माध्यम से जानिए कि मोटापा कम करने में और कौन-कौन सी चीजें सहायक होगी है...
- नींबू-शहद: सुबह सो कर उठते ही चाय की जगह एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं. यह सुबह का पेय आपके पाचन को बेहतर बनाता है. इससे वजन कम करने में भी मदद मिलती है. शहद और नींबू के और भी कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जैसे शरीर में स्टोर फैट को पिघलाना, मुंहासों को साफ करना, या शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना.
- नाश्ते से पहले व्यायाम करें: आपको सुबह नाश्ते से पहले व्यायाम करना चाहिए. खासतौर पर पेट के आसपास की चर्बी को जलाने के लिए व्यायाम करें. यह आपके जैविक कार्यों को सक्रिय करता है.
- ध्यान: दैनिक गतिविधियों से तनावग्रस्त मन को शांत करने के लिए ध्यान एक शानदार तरीका है. शारीरिक स्वास्थ्य तभी सुधरता है जब मानसिक स्वास्थ्य अच्छा हो. सुबह व्यायाम करने के बाद 15-20 मिनट तक ध्यान करें. इसके अलावा, दिन में कम से कम 30 मिनट कुछ भी ऐसा करें जो आपको तनावमुक्त करे और आपको शांत करे. डांस करना.. गाने सुनना.. किताबें पढ़ना इसमें शामिल है.
- प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ खाएं: प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ आपके शरीर के शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में मदद करते हैं. ये आपके पाचन में भी सुधार करते हैं. प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ में आप अंडे की सफेदी, प्रोटीन शेक, स्मूदी, विभिन्न फल खा सकते हैं.
- विटामिन डी: विटामिन डी वजन घटाने में मदद करता है. सुबह अपने शरीर पर धूप अवश्य लगाएं. खासतौर पर अगर आप थोड़ी देर धूप में टहलेंगे तो आपको चलने के साथ-साथ विटामिन डी के फायदे मिलेंगे. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर ये चीजें सही तरीके से की जाएं, तो आप काफी कम समय में अपना वजह कम कर सकते हैं.