मुरादाबाद : शहर के 'टाइगर' कुंवर सर्वेश सिंह ने 72 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. भाजपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाकर सियासी रण में उतारा था. 19 अप्रैल को हुए पहले चरण के लोकसभा चुनाव में उन्होंने मतदान भी किया था. इसके अगले ही दिन दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. पार्थिव शरीर उनके रतुपुरा गांव स्थित आवास पर रखा गया. अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. राजनीतिक हस्तियों के साथ ही आम लोगों का तांता लगा रहा. दोपहर करीब 2 बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. जुझारू और बागी तेवर वाले इस नेता के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौ. भूपेंद्र सिंह, पूर्व सांसद जयाप्रदा समेत कई ने अफसोस जाहिर किया है.
उनकी अंतिम यात्रा देखने के लिए छतों पर महिलाएं और बच्चे खड़े हुए थे. गांव के बाहर कांठ-ठाकुरद्वारा मार्ग पर उनके पूर्वजों के मठ के बराबर में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया. पुलिस का जवानों ने सलामी दी. पुत्र सुशांत सिंह ने मुखाग्नि दी. श्रद्धांजलि देने के लिए प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, नगर विधायक रितेश गुप्ता, रामपुर सदर विधायक आकाश सक्सेना, महापौर विनोद अग्रवाल, संसद एसटी हसन, ठाकुरद्वारा विधायक नवाब जान, सहित पक्ष, विपक्ष के नेता पहुंचे हुए थे.
मुरादाबाद की सियासत में खास रसूख रखने वाले पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह का शनिवार की शाम को दिल्ली के एक अस्पताल में ह्रदय गति रुकने से निधन हो गया. वह 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की तरफ से प्रत्याशी थे. 2014 में वह मुरादाबाद लोकसभा से सांसद रहे थे. इससे पहले वह ठाकुरद्वारा विधानसभा से 5 बार के विधायक भी थे. 26 मार्च को सर्वेश सिंह ने मुरादाबाद लोकसभा सीट से अपना नामांकन कराया था.
बेटे ने संभाल रखी थी चुनाव प्रचार की कमान : नामांकन के दो दिन बाद ही 28 मार्च को अचानक तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया. 10 अप्रैल को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वह घर आए थे. खराब स्वास्थ्य की वजह से वह चुनाव में प्रचार नहीं कर पा रहे थे. इसकी जिम्मेदारी उनके विधायक बेटे सुशांत सिंह ने संभाल रखी थी. 19 अप्रैल को कुंवर सर्वेश ने अपने पैतृक गांव में मतदान किया था. इसके अगले दिन 20 अप्रैल को वह दिल्ली अस्पताल में रूटीन चेकअप के लिए गए थे.
प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कुंवर सर्वेश सिंह के निधन पर दुख प्रकट किया है. मुरादाबाद लोकसभा से सपा प्रत्याशी रुचि वीरा ने भी अपनी संवेदनाएं प्रकट की है.
पीएम ने ट्वीट कर लिखा- उनका जाना अपूर्णीय क्षति : कुंवर सर्वेश के निधन पर पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर ट्वीट कर लिखा है कि 'मुरादाबाद लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है. वे अपने आखिरी पल तक जनसेवा और समाजसेवा के प्रति समर्पित रहे. उनका जाना पार्टी के लिए एक अपूर्णीय क्षति है. ईश्वर से प्रार्थना है कि उनके परिजनों को इस गहरे शोक को सहने की शक्ति प्रदान करे. ओम शांति'.
सीएम योगी ने लिखा-निधन से स्तब्ध हूं : सीएम योगी ने लिखा 'मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह के निधन से स्तब्ध हूं. ये भाजपा परिवार के लिए अपूर्णीय क्षति है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों और उनके समर्थकों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें'.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा- वह जमीन से जुड़े नेता थे : रक्षा मंत्री ने लिखा उत्तर प्रदेश के पूर्व सांसद, कुंवर सर्वेश सिंह के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है. वे जमीन से जुड़े नेता थे और जनता के बीच वे काफी लोकप्रिय थे. उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने के लिए भी काफी परिश्रम किया. जनता से जुड़े मुद्दों के लिए वे संघर्ष करने में विश्वास रखते थे. ईश्वर शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे. ओम शान्ति'.
इन्होंने भी जताया अफसोस : इसी कड़ी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौ. भूपेंद्र सिंह ने भी शोक जताया है. उन्होंने लिखा है कि कुंवर सर्वेश सिंह का निधन अत्यंत दुखद है. उनका गोलोकवासी होना उत्तर प्रदेश भाजपा परिवार के लिए अपूर्णीय क्षति है. सपा सांसद एसटी हसन ने भी सर्वेश सिंह के देहांत पर अफसोस जाहिर किया है. लिखा है कि उनकी उनकी मृत्यु मुरादाबाद के राजनीतिक जगत की बड़ी क्षति है.
अब पढ़िए राजनीतिक सफर के बारे में : कुंवर सर्वेश कुमार सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1952 को ठाकुरद्वारा के रतुपुरा गांव में ठाकुर बिरादरी में राजा रामपाल सिंह के घर में हुआ था. उनके पिता कांग्रेसी थे और एक बार अमरोहा से सांसद रहे. कुंवर सर्वेश कुमार सिंह की शादी 26 मई 1983 में साधना सिंह के साथ हुई. उनकी एक बेटी और एक बेटा हैं. बेटा भाजपा से बढ़ापुर विधानसभा के विधायक हैं.
पिता कि मृत्यु के बाद बेटे कुंवर सर्वेश कुमार सिंह ने पिता की राजनीतिक विरासत को संभालते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था. 1991 में पहली बार वह विधायक चुन लिए गए थे. कुंवर सर्वेश सिंह ने ठाकुरद्वारा की जनता से अपनी सीधी पहुंच रखी. वह लगातार 5 बार 1991, 1993, 1996 और 2002 और 2012 में भाजपा विधायक बने. 2007 में अप्रत्याशित रूप से उत्तर प्रदेश में राजनीतिक समीकरण बदल गए और बहुजन समाज पार्टी ने पूर्ण बहुमत प्राप्त कर लिया.
इसका असर ठाकुरद्वारा विधानसभा में भी देखने को मिला और बहुजन समाज पार्टी से विजय यादव ने भाजपा के कुंवर सर्वेश सिंह को पछाड़ते हुए जीत हासिल की थी. 2009 में सर्वेश सिंह ने लोकसभा चुनाव लड़ा. इसमें वह क्रिकेटर अजहरुद्दीन से हार गए थे. 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से कुंवर सर्वेश कुमार सिंह ने फिर जबरदस्त वापसी की. वह पांचवीं बार ठाकुरद्वारा से विधायक बने.
कुंवर सर्वेश कुमार सिंह ने ठाकुरद्वारा विधानसभा सहित पूरे मुरादाबाद में अपनी एक राजनीतिक पैठ बना ली थी. वह दबंग जुझारू और बागी तेवर वाले नेता कहे जाते थे. भाजपा ने 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा था. 2019 में उन्हें मुरादाबाद से टिकट दिया गया तो उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद साल 2024 में भी भाजपा ने उन्हें लोकसभा प्रत्याशी बनाया था.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के थे करीबी : पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह की भाजपा में बहुत अच्छी पकड़ थी. वह रक्षा मंत्री राजनाथ के सबसे करीबी माने जाते थे. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद वह उनके भी काफी करीब आ गए थे. 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पूरे पश्चिमी यूपी में क्षत्रिय समाज मे टिकट पाने वाले अकेले भाजपाई थे. सीएम योगी अक्सर मुरादाबाद में जब भी जनसभा करने या किसी कार्यक्रम में जाते थे, तो उन्हें टाइगर कहकर ही संबोधित करते थे.
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