ETV Bharat / bharat

पश्चिम बंगाल : मालदा में पीएम मोदी ने टीएमसी को घेरा- कहा,'बंगाल के युवाओं को कीमत चुकानी पड़ रही है...' - pm modi west bengal visit

pm modi west bengal visit, पश्चिम बंगाल के मालदा में चुनावी सभा में पीएम मोदी ने टीएमसी पर हमला बोला. उन्होंने टीएमसी नेताओं को रिश्वत देने के लिए युवाओं के द्वारा कर्ज लिए जाने का हवाला देते हुए कहा कि केंद्र युवाओं के लिए रोजगार मुहैया कराने के लिए काम कर रहा है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By PTI

Published : Apr 26, 2024, 3:30 PM IST

Updated : Apr 26, 2024, 3:39 PM IST

मालदा (पश्चिम बंगाल) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हाई कोर्ट के आदेश के बाद लगभग 26,000 नौकरियों को रद्द करने पर टीएमसी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के युवाओं को पार्टी की 'कट-एंड-कमीशन' संस्कृति के कारण नुकसान उठाना पड़ा है, जो अब 'घोटालों का पर्यायवाची' बन गई है. मालदा में एक चुनावी रैली में पीएम मोदी ने युवाओं की दुर्दशा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिन युवाओं ने टीएमसी नेताओं को रिश्वत देने के लिए कर्ज लिया था, अब वो हताश हैं.

उन्होंने कहा, 'टीएमसी घोटालों में लिप्त है जिसका खामियाजा राज्य के लोगों को भुगतना पड़ता है. पार्टी बंगाल के युवाओं के भविष्य के साथ खेल रही है.' उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे घोटालों में टीएमसी की संलिप्तता ने न केवल बंगाल के युवाओं के भविष्य को खतरे में डाला है, बल्कि हजारों परिवारों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाला है. उन्होंने कहा, 'शिक्षक भर्ती घोटाले ने लगभग 26,000 परिवारों की आजीविका छीन ली. जिन युवाओं ने टीएमसी नेताओं को रिश्वत देने के लिए कर्ज लिया था, वे भी अब इस स्थिति के बोझ तले दबे हुए हैं. केंद्र देश के युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने की दिशा में काम कर रहा है.'

इस सप्ताह की शुरुआत में, कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में राज्य स्तरीय चयन परीक्षा-2016 (एसएलएसटी) की भर्ती प्रक्रिया को 'अमान्य और शून्य' घोषित कर दिया, इसके माध्यम से की गई सभी नियुक्तियों को रद्द करने का आदेश दिया था. उन्होंने कहा, 'टीएमसी शासन के तहत, केवल एक ही चीज मौजूद है - हजारों करोड़ रुपये के घोटाले. दोषी टीएमसी है, लेकिन पूरा राज्य उसके धोखे और घोटालों की कीमत चुकाने को मजबूर है.' महिला मतदाताओं को संबोधित करते हुए, खासकर मालदा के अल्पसंख्यक बहुल जिले में मोदी ने टीएमसी पर तीन तलाक के उन्मूलन का विरोध करके मुस्लिम बहनों को धोखा देने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा, 'मां-माटी-मानुष की बात करके सत्ता में आई टीएमसी ने यहां की महिलाओं के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात किया है. जब बीजेपी सरकार ने मुस्लिम बहनों को अत्याचार से बचाने के लिए तीन तलाक को खत्म किया तो टीएमसी ने इसका विरोध किया.' संदेशखाली में हाल की घटनाओं का जिक्र करते हुए, जहां टीएमसी नेताओं के खिलाफ यौन शोषण के आरोप सामने आए, मोदी ने पीड़ितों के प्रति कथित उदासीनता के लिए राज्य सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा, 'संदेशखाली में महिलाओं पर इतने अत्याचार हुए और टीएमसी सरकार अंत तक मुख्य आरोपियों को बचाती रही.'

सीएए के बारे में अफवाह फैलाने के लिए कांग्रेस और टीएमसी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम नागरिकता देने के बारे में है, इसे छीनने के लिए नहीं. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और टीएमसी अपनी वोट-बैंक की राजनीति को खुश करने के लिए सीएए का विरोध कर रहे हैं. वे हिंदू, सिख और बौद्ध शरणार्थियों का विरोध क्यों कर रहे हैं, जिन्हें धार्मिक उत्पीड़न के कारण अपनी जमीन छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा? सीएए किस बारे में है? नागरिकता देना है न कि छीनना. धन पुनर्वितरण के मुद्दे पर विवाद के बीच कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की टिप्पणी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, 'कांग्रेस और आईएनडीआई गठबंधन उस धन को लेने की योजना बना रहे हैं जो आपने कड़ी मेहनत और कठिनाइयों को सहन करके इकट्ठा किया है. यहां तक कि गरीबों का मंगलसूत्र भी.'

मोदी ने इस मुद्दे पर टीएमसी के रुख पर सवाल उठाते हुए कहा कि दोनों पार्टियां अब तुष्टिकरण की राजनीति को लेकर प्रतिस्पर्धा में लग गई हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आपकी संपत्ति हड़पना चाहती है और टीएमसी इसके खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोल रही है. इन दोनों पार्टियों के बीच तुष्टीकरण की प्रतिस्पर्धा चल रही है. टीएमसी सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों को बंगाल में बसाने का काम कर रही है और कांग्रेस आपकी अपनी संपत्ति को बांटने की बात कर रही है. पीएम ने कहा कि टीएमसी और कांग्रेस को एक साथ रखने का सबसे बड़ा चुंबक तुष्टिकरण है.

उन्होंने कहा, 'तुष्टिकरण के लिए ये पार्टियां किसी भी स्तर तक जा सकती हैं और राष्ट्रीय हित में लिए गए हर फैसले को पलट सकती हैं.' मोदी ने कहा, 'वामपंथियों और टीएमसी शासन ने बंगाल के गौरव और सम्मान को नष्ट कर दिया है और इसके विकास को रोक दिया है.' उन्होंने कहा कि चाहे वह सामाजिक सशक्तिकरण का क्षेत्र हो, वैज्ञानिक खोज या दर्शन का, एक समय था जब बंगाल हर क्षेत्र में अग्रणी हुआ करता था. लेकिन, दुर्भाग्य से, वामपंथियों और टीएमसी ने बंगाल के गौरव पर प्रहार किया, उसके सम्मान को चूर-चूर कर दिया और उसे बदनाम कर दिया. बंगाल में केंद्रीय परियोजनाओं के लिए टीएमसी के विरोध की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि केंद्र द्वारा भेजे गए धन को टीएमसी नेताओं द्वारा लूटा जा रहा है. उन्होंने कहा, 'मैं केंद्र से बंगाल सरकार को विकास के लिए जो पैसा भेजता हूं, उसे टीएमसी नेता, मंत्री और तोलाबाज (जबरन वसूली करने वाले) हड़प लेते हैं.' मोदी ने लोकसभा चुनाव के दोनों चरणों में अनुकूल नतीजों की आशा रखते हुए मतदाताओं पर भरोसा जताया. मोदी ने कहा, 'मुझे यकीन है कि कांग्रेस और टीएमसी जैसी पार्टियां, जो पहले चरण के चुनाव में हार गईं, दूसरे चरण में भी ध्वस्त हो जाएंगी.'

ये भी पढ़ें - लोकसभा चुनाव : पीएम मोदी की रिकॉर्ड जीत के लिए जुटी BJP, दिया '10 लाख पार का मंत्र'

मालदा (पश्चिम बंगाल) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हाई कोर्ट के आदेश के बाद लगभग 26,000 नौकरियों को रद्द करने पर टीएमसी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के युवाओं को पार्टी की 'कट-एंड-कमीशन' संस्कृति के कारण नुकसान उठाना पड़ा है, जो अब 'घोटालों का पर्यायवाची' बन गई है. मालदा में एक चुनावी रैली में पीएम मोदी ने युवाओं की दुर्दशा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिन युवाओं ने टीएमसी नेताओं को रिश्वत देने के लिए कर्ज लिया था, अब वो हताश हैं.

उन्होंने कहा, 'टीएमसी घोटालों में लिप्त है जिसका खामियाजा राज्य के लोगों को भुगतना पड़ता है. पार्टी बंगाल के युवाओं के भविष्य के साथ खेल रही है.' उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे घोटालों में टीएमसी की संलिप्तता ने न केवल बंगाल के युवाओं के भविष्य को खतरे में डाला है, बल्कि हजारों परिवारों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाला है. उन्होंने कहा, 'शिक्षक भर्ती घोटाले ने लगभग 26,000 परिवारों की आजीविका छीन ली. जिन युवाओं ने टीएमसी नेताओं को रिश्वत देने के लिए कर्ज लिया था, वे भी अब इस स्थिति के बोझ तले दबे हुए हैं. केंद्र देश के युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने की दिशा में काम कर रहा है.'

इस सप्ताह की शुरुआत में, कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में राज्य स्तरीय चयन परीक्षा-2016 (एसएलएसटी) की भर्ती प्रक्रिया को 'अमान्य और शून्य' घोषित कर दिया, इसके माध्यम से की गई सभी नियुक्तियों को रद्द करने का आदेश दिया था. उन्होंने कहा, 'टीएमसी शासन के तहत, केवल एक ही चीज मौजूद है - हजारों करोड़ रुपये के घोटाले. दोषी टीएमसी है, लेकिन पूरा राज्य उसके धोखे और घोटालों की कीमत चुकाने को मजबूर है.' महिला मतदाताओं को संबोधित करते हुए, खासकर मालदा के अल्पसंख्यक बहुल जिले में मोदी ने टीएमसी पर तीन तलाक के उन्मूलन का विरोध करके मुस्लिम बहनों को धोखा देने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा, 'मां-माटी-मानुष की बात करके सत्ता में आई टीएमसी ने यहां की महिलाओं के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात किया है. जब बीजेपी सरकार ने मुस्लिम बहनों को अत्याचार से बचाने के लिए तीन तलाक को खत्म किया तो टीएमसी ने इसका विरोध किया.' संदेशखाली में हाल की घटनाओं का जिक्र करते हुए, जहां टीएमसी नेताओं के खिलाफ यौन शोषण के आरोप सामने आए, मोदी ने पीड़ितों के प्रति कथित उदासीनता के लिए राज्य सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा, 'संदेशखाली में महिलाओं पर इतने अत्याचार हुए और टीएमसी सरकार अंत तक मुख्य आरोपियों को बचाती रही.'

सीएए के बारे में अफवाह फैलाने के लिए कांग्रेस और टीएमसी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम नागरिकता देने के बारे में है, इसे छीनने के लिए नहीं. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और टीएमसी अपनी वोट-बैंक की राजनीति को खुश करने के लिए सीएए का विरोध कर रहे हैं. वे हिंदू, सिख और बौद्ध शरणार्थियों का विरोध क्यों कर रहे हैं, जिन्हें धार्मिक उत्पीड़न के कारण अपनी जमीन छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा? सीएए किस बारे में है? नागरिकता देना है न कि छीनना. धन पुनर्वितरण के मुद्दे पर विवाद के बीच कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की टिप्पणी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, 'कांग्रेस और आईएनडीआई गठबंधन उस धन को लेने की योजना बना रहे हैं जो आपने कड़ी मेहनत और कठिनाइयों को सहन करके इकट्ठा किया है. यहां तक कि गरीबों का मंगलसूत्र भी.'

मोदी ने इस मुद्दे पर टीएमसी के रुख पर सवाल उठाते हुए कहा कि दोनों पार्टियां अब तुष्टिकरण की राजनीति को लेकर प्रतिस्पर्धा में लग गई हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आपकी संपत्ति हड़पना चाहती है और टीएमसी इसके खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोल रही है. इन दोनों पार्टियों के बीच तुष्टीकरण की प्रतिस्पर्धा चल रही है. टीएमसी सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों को बंगाल में बसाने का काम कर रही है और कांग्रेस आपकी अपनी संपत्ति को बांटने की बात कर रही है. पीएम ने कहा कि टीएमसी और कांग्रेस को एक साथ रखने का सबसे बड़ा चुंबक तुष्टिकरण है.

उन्होंने कहा, 'तुष्टिकरण के लिए ये पार्टियां किसी भी स्तर तक जा सकती हैं और राष्ट्रीय हित में लिए गए हर फैसले को पलट सकती हैं.' मोदी ने कहा, 'वामपंथियों और टीएमसी शासन ने बंगाल के गौरव और सम्मान को नष्ट कर दिया है और इसके विकास को रोक दिया है.' उन्होंने कहा कि चाहे वह सामाजिक सशक्तिकरण का क्षेत्र हो, वैज्ञानिक खोज या दर्शन का, एक समय था जब बंगाल हर क्षेत्र में अग्रणी हुआ करता था. लेकिन, दुर्भाग्य से, वामपंथियों और टीएमसी ने बंगाल के गौरव पर प्रहार किया, उसके सम्मान को चूर-चूर कर दिया और उसे बदनाम कर दिया. बंगाल में केंद्रीय परियोजनाओं के लिए टीएमसी के विरोध की आलोचना करते हुए मोदी ने कहा कि केंद्र द्वारा भेजे गए धन को टीएमसी नेताओं द्वारा लूटा जा रहा है. उन्होंने कहा, 'मैं केंद्र से बंगाल सरकार को विकास के लिए जो पैसा भेजता हूं, उसे टीएमसी नेता, मंत्री और तोलाबाज (जबरन वसूली करने वाले) हड़प लेते हैं.' मोदी ने लोकसभा चुनाव के दोनों चरणों में अनुकूल नतीजों की आशा रखते हुए मतदाताओं पर भरोसा जताया. मोदी ने कहा, 'मुझे यकीन है कि कांग्रेस और टीएमसी जैसी पार्टियां, जो पहले चरण के चुनाव में हार गईं, दूसरे चरण में भी ध्वस्त हो जाएंगी.'

ये भी पढ़ें - लोकसभा चुनाव : पीएम मोदी की रिकॉर्ड जीत के लिए जुटी BJP, दिया '10 लाख पार का मंत्र'

Last Updated : Apr 26, 2024, 3:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.