लखनऊ : राजधानी के इंदिरा नगर थाना क्षेत्र में देर शाम करीब 9 बजे अचानक गोलियों की तड़तडाहट से पूरा मोहल्ला गूंज उठा. इस वारदात में तीन लोगों को गोली लगी जिसमें से दो लोगों की मौत हो गई व एक व्यक्ति जिंदगी वह मौत से जूझ रहा है. आस-पास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर डॉक्टरों ने दो लोगों की मौत की सूचना दी तथा एक व्यक्ति का इलाज चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक, मूलरूप से इंदिरा नगर थाना निवासी राजेंद्र अपने परिवार के साथ रहते थे. उनके परिवार में उनके अलावा उनकी पत्नी सरोज देवी तथा उनका बेटा रहता था. आरोप है कि मंगलवार देर शाम अचानक उनके भांजे ने एक साथ तीनों पर कई राउंड फायर झोंक दिया, जिसमें सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना को अंजाम देने के बाद राजेंद्र कुमार का भांजा भाग गया. सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने तीनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर राजेंद्र व सरोज देवी की मौत हो गई तथा उनका बेटा श्रवण अभी भी अस्पताल में जिंदगी व मौत से जूझ रहा है.
जांच पड़ताल में जुटी पुलिस : फिलहाल भांजे ने इस घटना को क्यों अंजाम दिया इस बात की जानकारी उसके सामने आने के बाद हो पाएगी. चर्चा है कि प्रॉपर्टी विवाद के कारण भांजे ने इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया है, वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
'नशे में थे बड़े भाई' : मृतक के भाई जगतपाल सिंह ने बताया कि भैया गाली दे रहे थे, उसी विवाद में हो गया. भैया ड्रिंक किए हुए थे, जिसने गोली मारी है वो मेरा भांजा है. प्रॉपर्टी का कोई विवाद नहीं था. भांजा बंदूक कहां से लाया ये नहीं मालूम. भांजा इसी घर में परिवार के साथ रहता था. भैया-भाभी को गोली लगी है, भतीजे को खून बह रहा था. उसे छर्रा लगा या ईंटा ये नहीं मालूम. एक हफ्ता पहले भी लड़ाई हुई थी, जिसका निपटारा पुलिस चौकी पर हो गया था.
डीसीपी उत्तरी अभिजीत आर शंकर ने बताया कि नाबालिग ने इस घटना को अंजाम दिया गया है. इसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और तीसरा गंभीर रूप से घायल है. नाबालिग को पकड़ने के लिए पुलिस टीम बनाई गई है. जल्द ही गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की जाएगी.