पुरी: ओडिशा के मशहूर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने इस बार क्रिसमस के मौके पर समुद्र तट पर एक विशाल सांता क्लॉज बनाकर लोगों को क्रिसमस की बधाई दी है. बताया जा रहा है कि, यह दुनिया की पहली ऐसी सैड आर्ट के रूप में सांता क्लॉज की आकृति रेत से बनाई गई है जिसे 550 किलो चॉकलेट से सजाया गया है.
सुदर्शन को उम्मीद है कि, उनकी यह कलाकृति विश्व रिकॉर्ड बनाएगी. इस नए सैंड आर्ट को लेकर संबंधित अधिकारियों को एक आवेदन भेजकर दावा भी किया जा चुका है. बता दें कि, सुदर्शन पटनायक को समुद्र के किनारे बेहतरीन कलाकृति बनाने के लिए जाना जाता है. सुदर्शन त्योहार या फिर अन्य किसी बड़े मौके पर सैंड से एक सुंदर प्रतिकृति बनाते हैं.
सुदर्शन पटनायक ने एक्स पोस्ट पर दावा करते हुए कहा कि, रेत और चॉकलेट का उपयोग करके सांता क्लॉज की ऐसी कोई सैंड आर्ट दुनिया में कभी नहीं बनाई गई है. 16 हजार वर्ग फीट में फैली यह कलाकृति 160 फीट लंबी और 100 फीट चौड़ी है. इसे बनाने में सुदर्शन और उनके छात्रों को छह घंटे लगे. विजिटर्स पुरी के ब्लू फ्लैग बीच पर इस शानदार कृति को देख सकते हैं.
इससे पहले पद्मश्री पुरस्कार विजेता सुदर्शन पटनायक ने महाप्रभु श्री जगन्नाथ की 25 फुट की रेत की मूर्ति बनाकर देशवासियों को 2024 के नववर्ष की शुभकामनाएं दी थी. सुदर्शन ने इस अनूठी रेत कला के जरिए पूरी दुनिया के लोगों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी थी. उन्होंने अपने छात्रों की मदद से रेत की कलाकृति बनाई थी. हजारों फूलों से सजी इस खूबसूरत रेत की कलाकृति को देखने के लिए पुरी बीच पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी थी.
सुदर्शन ने कहा था, "भक्तगण समुद्र तट पर आकर रेत की कलाकृति के जरिए महाप्रभु के दर्शन कर सकते हैं. वे नए साल के पहले दिन भगवान जगन्नाथ मंदिर जाकर आशीर्वाद भी ले सकते हैं. मैंने महाप्रभु श्री जगन्नाथ से यह भी प्रार्थना की है कि नया साल 2024 सभी के लिए सुख-समृद्धि लेकर आए."
46 वर्षीय कलाकार ने दुनिया का सबसे बड़ा रेत का महल बनाने के लिए फरवरी 2017 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया था. हालांकि बाद में उनका रिकॉर्ड टूट गया. वह विभिन्न प्रासंगिक विषयों पर रेत कलाकृतियां बनाते हैं और ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर आने वाले हजारों लोगों को ये कलाकृतियां पसंद आती है.
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