बल्लारी : कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेल्लारी मेडिकल कॉलेज एवं अनुसंधान केंद्र में प्रसव संबंधी जटिलताओं के कारण जान गंवाने वाली पांच महिलाओं के परिजनों को रविवार को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की. बेल्लारी मेडिकल कॉलेज एवं अनुसंधान केंद्र (बीएमसीआरसी) में पिछले एक महीने में कम से कम पांच प्रसूताओं की मौत हो गई थी.
मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएम सिद्धारमैया ने कर्नाटक के औषधि नियंत्रक उमेश एस. के निलंबन का आदेश दिया. इसके अलावा पश्चिम बंगाल स्थित उस कंपनी के खिलाफ मुकदमा चलाने का भी निर्णय लिया गया है जिस पर घटिया ‘रिंगर लैक्टेट’ घोल की आपूर्ति किए जाने का आरोप है. शरीर में पानी की मात्रा को बहाल करने के लिए ‘रिंगर लैक्टेट’ का प्रयोग किया जाता है.
बल्लारी जिले के संदूर में ‘जन कल्याण समावेश’ (लोक कल्याण सम्मेलन) कार्यक्रम में सीएम सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘बेल्लारी अस्पताल में पांच महिलाओं की मौत हो गई है. मैंने एक बैठक की और ऐसा लगता है कि घटिया दवाएं दी गई थीं. उन्होंने कहा कि मैंने दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की थी, लेकिन पीड़ितों के परिवार अधिक राशि की मांग रहे हैं. इस वजह मैं उन्हें पांच लाख रुपये देने की घोषणा करता हूं.’’
बता दें कि उक्त कार्यक्रम का आयोजन हाल में हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अन्नपूर्णा तुकाराम के जीतने होने पर संदूर के लोगों का धन्यवाद जताने के लिए किया गया था.
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