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मानसून आपदा में उत्तराखंड में अबतक 20 लोगों ने गंवाई जान, सड़क हादसों में भी बुझे कई घरों के चिराग - Uttarakhand Monsoon Tragedy

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 16, 2024, 6:37 PM IST

Updated : Jul 16, 2024, 7:45 PM IST

Rain And Disaster in Uttarakhand हिमालयी राज्य उत्तराखंड में हर साल आपदा कई लोगों की जिंदगी लील लेता है. अभी मानसून को अपने कदम रखे एक पखवाड़ा ही हुआ है, लेकिन मानसून की बौछार अभी से ही कहर बरपाने लगा है. अगर बीते एक महीने के बात करें तो अभी तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा सड़क हादसों में 33 लोगों की जान गई है.

Uttarakhand Disaster
उत्तराखंड में आपदा (फोटो- ईटीवी भारत ग्राफिक्स)

देहरादून: उत्तराखंड में मानसून हर साल अपने साथ तबाही लेकर आता है. इस बार भी एक महीने के भीतर बारिश और भूस्खलन की वजह से 20 लोगों की जानें जा चुकी है. यह आंकड़े 15 जून से लेकर 15 जुलाई तक के हैं, जिन्होंने आपदा में अपनी जान गंवाई है. भले ही मानसून को आए अभी 16 दिन हुए हों, लेकिन उत्तराखंड में आपदा से लगातार लोगों की मौत हो रही है.

आपदा से उधमसिंह नगर जिले में सबसे ज्यादा मौतें: उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिले आंकड़ों के मुताबिक, उधमसिंह नगर जिले में सबसे ज्यादा मौतें हुई है. जहां 9 लोगों की मौत हुई है. जबकि, अल्मोड़ा जिले में 2 लोगों की जान गई है. चमोली जिले में 3 और चंपावत में 2 लोग आपदा का शिकार हुए हैं. वहीं, पौड़ी जिले में 2 लोगों की मौत हुई है. जबकि, हरिद्वार और उत्तरकाशी जिले में 1-1 व्यक्ति मानसून की बारिश का शिकार हुए हैं.

अगर घायलों की बात करें तो अब तक 8 लोग अलग-अलग तरीके से घायल भी हो चुके हैं. बारिश और आपदा से अब तक करीब 30 बड़े जानवरों की मौत हुई है. वहीं, अगर छोटे जानवरों की बात करें तो अभी तक 110 का आंकड़ा पार हो गया है. अभी तो मानसून ने कदम ही रखा है, लेकिन अभी पूरा मानसून सीजन बाकी है. ऐसे में इन आंकड़ों में इजाफे से इनकार नहीं किया जा सकता है.

Rain wreaks havoc in Udhamsingh Nagar
उधमसिंह नगर में बारिश का कहर (फोटो- ईटीवी भारत)

सड़क हादसों में 33 लोगों की गई जान: ऐसा नहीं है कि उत्तराखंड में आपदा में ही लोगों ने जानें गंवाई है. बल्कि, सड़क हादसों की वजह से भी कई घरों के चूल्हे नहीं जले हैं. सरकारी आंकड़ा बताता है कि अभी तक (15 जून से लेकर 15 जुलाई) सड़क हादसों में 33 लोग मारे जा चुके हैं. जबकि, 110 लोग घायल हो चुके हैं.

वहीं, बारिश से अभी तक 1,244 सड़कें प्रभावित हो चुकी हैं. जबकि, इतनी ही सड़कों को दोबारा से ठीक कर खोला गया है. उत्तराखंड में बारिश लगातार हो रही है. गनीमत ये है कि अभी तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है. यह मौत के आंकड़े सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हैं, जो मानसून से पहले और मानसून के दौरान के हैं.

Uttarakhand Lanslide
बोल्डर आने से सड़क बंद (फोटो सोर्स- पुलिस)

बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग विभाग भी लगातार उत्तराखंड में मौसम का अलर्ट जारी कर लोगों को सचेत करने की कोशिश कर रहा है. अगर आने वाले दिनों की बात करें तो अगले 5 दिनों में तेज बारिश होने की संभावना है. पहाड़ी इलाकों की बात करें तो सबसे ज्यादा बारिश उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग के साथ टिहरी जिले में हो सकती है.

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देहरादून: उत्तराखंड में मानसून हर साल अपने साथ तबाही लेकर आता है. इस बार भी एक महीने के भीतर बारिश और भूस्खलन की वजह से 20 लोगों की जानें जा चुकी है. यह आंकड़े 15 जून से लेकर 15 जुलाई तक के हैं, जिन्होंने आपदा में अपनी जान गंवाई है. भले ही मानसून को आए अभी 16 दिन हुए हों, लेकिन उत्तराखंड में आपदा से लगातार लोगों की मौत हो रही है.

आपदा से उधमसिंह नगर जिले में सबसे ज्यादा मौतें: उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिले आंकड़ों के मुताबिक, उधमसिंह नगर जिले में सबसे ज्यादा मौतें हुई है. जहां 9 लोगों की मौत हुई है. जबकि, अल्मोड़ा जिले में 2 लोगों की जान गई है. चमोली जिले में 3 और चंपावत में 2 लोग आपदा का शिकार हुए हैं. वहीं, पौड़ी जिले में 2 लोगों की मौत हुई है. जबकि, हरिद्वार और उत्तरकाशी जिले में 1-1 व्यक्ति मानसून की बारिश का शिकार हुए हैं.

अगर घायलों की बात करें तो अब तक 8 लोग अलग-अलग तरीके से घायल भी हो चुके हैं. बारिश और आपदा से अब तक करीब 30 बड़े जानवरों की मौत हुई है. वहीं, अगर छोटे जानवरों की बात करें तो अभी तक 110 का आंकड़ा पार हो गया है. अभी तो मानसून ने कदम ही रखा है, लेकिन अभी पूरा मानसून सीजन बाकी है. ऐसे में इन आंकड़ों में इजाफे से इनकार नहीं किया जा सकता है.

Rain wreaks havoc in Udhamsingh Nagar
उधमसिंह नगर में बारिश का कहर (फोटो- ईटीवी भारत)

सड़क हादसों में 33 लोगों की गई जान: ऐसा नहीं है कि उत्तराखंड में आपदा में ही लोगों ने जानें गंवाई है. बल्कि, सड़क हादसों की वजह से भी कई घरों के चूल्हे नहीं जले हैं. सरकारी आंकड़ा बताता है कि अभी तक (15 जून से लेकर 15 जुलाई) सड़क हादसों में 33 लोग मारे जा चुके हैं. जबकि, 110 लोग घायल हो चुके हैं.

वहीं, बारिश से अभी तक 1,244 सड़कें प्रभावित हो चुकी हैं. जबकि, इतनी ही सड़कों को दोबारा से ठीक कर खोला गया है. उत्तराखंड में बारिश लगातार हो रही है. गनीमत ये है कि अभी तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है. यह मौत के आंकड़े सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हैं, जो मानसून से पहले और मानसून के दौरान के हैं.

Uttarakhand Lanslide
बोल्डर आने से सड़क बंद (फोटो सोर्स- पुलिस)

बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग विभाग भी लगातार उत्तराखंड में मौसम का अलर्ट जारी कर लोगों को सचेत करने की कोशिश कर रहा है. अगर आने वाले दिनों की बात करें तो अगले 5 दिनों में तेज बारिश होने की संभावना है. पहाड़ी इलाकों की बात करें तो सबसे ज्यादा बारिश उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग के साथ टिहरी जिले में हो सकती है.

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Last Updated : Jul 16, 2024, 7:45 PM IST
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