नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक हुई. इस बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्री ने हिस्सा लिया. नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीवीआर सुब्रमण्यम ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि हमारे पास 10 अनुपस्थित और 26 प्रतिभागी थे. केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, बिहार, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और पुडुचेरी से लोग अनुपस्थित थे.
#WATCH | NITI Aayog CEO BVR Subrahmanyam says, " we had a lot of last-minute dropouts, i have speeches of some states who had not participated- jharkhand and puducherry. not all have dropped out for boycott reasons. for those who did not participate, i always say that it is their… pic.twitter.com/gihaga4fdy
— ANI (@ANI) July 27, 2024
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौजूद थी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने लंच से पहले बोलने देने का अनुरोध किया था. मैं सिर्फ तथ्य प्रस्तुत कर रहा हूं, कोई व्याख्या नहीं. उनकी ओर से एक बहुत ही स्पष्ट अनुरोध था, क्योंकि आम तौर पर हम अल्फाबेटिकल जाते हैं. पहले आंध्र प्रदेश से शुरू होता है, फिर अरुणाचल प्रदेश होते हुए आगे बढ़ता है.
हमने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निवेदन का समायोजन किया. रक्षा मंत्री ने गुजरात से ठीक पहले उन्हें बुलाया और उन्होंने अपना वक्तव्य दिया. प्रत्येक मुख्यमंत्री को सात मिनट आवंटित किए जाते हैं और स्क्रीन के ऊपर सिर्फ एक घड़ी होती है, जो आपको शेष समय बताती है. यह सात से छह, पांच, चार और तीन तक जाता है. उसके अंत में यह शून्य दिखाता है. घड़ी में शून्य दिखाया, इसके अलावा और कुछ नहीं हुआ.
इस दौरान सीएम बनर्जी ने कहा कि मैं और बोलना चाहती थी, लेकिन मैं अब नहीं बोलूंगी. बस इतना ही था. इसके अलावा और कुछ नहीं था. हम सबने सुना. उन्होंने अपनी बात रखी और हमने सम्मानपूर्वक उनकी बातें सुनीं और नोट किया. मुख्य सचिव ने हिस्सा लेना जारी रखा और वह उनके जाने के बाद भी उपस्थित रहे. सीएम बनर्जी को कलकत्ता के लिए उड़ान पकड़नी थी.
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