कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी मुलाकात को 'प्रोटोकॉल मुलाकात' बताया. राज्य के दो दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री हुगली जिले के आरामबाग में एक रैली को संबोधित करने के बाद यहां राजभवन पहुंचे. रैली से कुछ मिनट पहले उन्होंने 7,200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया.
मुलाकात के बाद राजभवन से निकलते वक्त सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि 'आज की बैठक प्रोटोकॉल के अनुसार है. जब भी कोई उच्च अधिकारी या गणमान्य व्यक्ति शहर में आता है, तो मिलने का रिवाज है. मैं आरसीटीसी मैदान तक नहीं पहुंच सकी, जहां प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे. इसलिए, मैं यहां उनसे मिलने आई.'
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मैंने उन्हें फिर से राज्य के बकाये के बारे में अवगत कराया, लेकिन ज्यादातर समय हमारे बीच दोस्ताना बातचीत हुई. ये अवसर राजनीतिक नहीं होते, ये अधिक पारंपरिक और सौहार्दपूर्ण प्रकृति के होते हैं.' उत्तर 24 परगना के संदेशखाली की घटनाओं पर प्रधानमंत्री की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहा गया तो ममता ने इनकार कर दिया.
उन्होंने आगे कहा कि 'यह कोई राजनीतिक बैठक नहीं है. हमने राजनीति पर बिल्कुल भी चर्चा नहीं की. कोई भी राजनीतिक प्रतिक्रिया उचित समय पर और उचित मंच से दी जाएगी. पार्टी जवाब देने जा रही है.' मुख्यमंत्री ने कहा कि 'उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान उन्हें 'बंगाल की मिठाई' उपहार में दी है.' प्रधानमंत्री अपनी विकास संकल्प यात्रा के तहत शनिवार को कृष्णानगर में एक रैली में शामिल होने वाले हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल दिसंबर में, ममता ने केंद्र द्वारा धन जारी करने के लिए दबाव डालने के लिए तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ नई दिल्ली में मोदी से मुलाकात की थी, जहां उन्होंने पीएम मोदी को राज्य का बकाया बताया था. तृणमूल कांग्रेस के मुताबिक, केंद्र पर पश्चिम बंगाल का करीब 1.18 लाख करोड़ रुपये बकाया है.