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जाकिर नाइक को भारत को सौंपने पर मलेशियाई प्रधानमंत्री ने साफ किए मंसूबे, पीएम मोदी को दिया जवाब - Zakir Naik

Zakir Naik Extradition: मलेशिया के प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया है कि उनका देश आतंकवाद के खिलाफ है और दोनों देश इसके खिलाफ एकजुट होकर काम करेंगे.

ZAKIR NAIK
जाकिर नाइक (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 21, 2024, 9:24 AM IST

Updated : Aug 21, 2024, 3:52 PM IST

नई दिल्ली: मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम इन दिनों भारत के दौरे पर हैं. उन्होंने पीएम मोदी से विधिवत मुलाकात की. इस मुलाकात में दोनों देशों के नेताओं ने आतंकवाद पर भी बात की. अनवर इब्राहिम ने जाकिर नाइक को लेकर अपने देश के मंसूबे साफ कर दिए हैं.

बता दें, इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स के दौरान मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने साफ शब्दों में कहा कि अगर जाकिर नाइक के खिलाफ सबूत मिलेंगे तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी. इस कार्रवाई से दोनों देशों के रिश्तों में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. मलेशियाई प्रधानमंत्री ने यह साफ कर दिया कि पीएम मोदी ने जाकिर नाइक के प्रत्यपर्ण के बारे में कोई बात नहीं की है. उन्होंने यह मुद्दा पहले उठाया था. उन्होंने कहा कि मैं किसी एक शख्स की बात नहीं कर रहा हूं. अनवर इब्राहिम ने कहा कि हमारे देश की सरकार जाकिर नाइक से संबंधित सभी सबूतों का गहनता से अध्ययन और स्वागत करेगी.

बता दें, विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक 2016 में भारत से भागकर मलेशिया चला गया था. उस समय की तत्कालीन सरकार ने उसे संरक्षण दिया था. उन्होंने कहा कि गाजा में इजरायली सेना का अत्याचार वास्तविक है, जिसमें 40 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं, यह अत्याचार है. मलेशियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद का मुद्दा उनके देश के लिए चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि भारत और मलेशिया इस मुद्दे पर मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि एक मुद्दे को दोनों देशों को आगे के सहयोग से नहीं रोकना चाहिए.

बता दें, गृह मंत्रालय ने 2022 में जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को गैरकानूनी घोषित कर दिया है. नाइक पर नफरत और वैमनस्य को बढ़ावा देने का आरोप है और उसके भाषणों को आपत्तिजनक माना जाता है क्योंकि वह धर्मांतरण और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले ज्ञात आतंकवादियों की प्रशंसा करता रहा है.

पढ़ें: जाकिर नाइक को भारत लाने के लिए ओमान सरकार के संपर्क में है भारत- विदेश मंत्रालय

नई दिल्ली: मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम इन दिनों भारत के दौरे पर हैं. उन्होंने पीएम मोदी से विधिवत मुलाकात की. इस मुलाकात में दोनों देशों के नेताओं ने आतंकवाद पर भी बात की. अनवर इब्राहिम ने जाकिर नाइक को लेकर अपने देश के मंसूबे साफ कर दिए हैं.

बता दें, इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स के दौरान मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने साफ शब्दों में कहा कि अगर जाकिर नाइक के खिलाफ सबूत मिलेंगे तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी. इस कार्रवाई से दोनों देशों के रिश्तों में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. मलेशियाई प्रधानमंत्री ने यह साफ कर दिया कि पीएम मोदी ने जाकिर नाइक के प्रत्यपर्ण के बारे में कोई बात नहीं की है. उन्होंने यह मुद्दा पहले उठाया था. उन्होंने कहा कि मैं किसी एक शख्स की बात नहीं कर रहा हूं. अनवर इब्राहिम ने कहा कि हमारे देश की सरकार जाकिर नाइक से संबंधित सभी सबूतों का गहनता से अध्ययन और स्वागत करेगी.

बता दें, विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक 2016 में भारत से भागकर मलेशिया चला गया था. उस समय की तत्कालीन सरकार ने उसे संरक्षण दिया था. उन्होंने कहा कि गाजा में इजरायली सेना का अत्याचार वास्तविक है, जिसमें 40 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं, यह अत्याचार है. मलेशियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद का मुद्दा उनके देश के लिए चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि भारत और मलेशिया इस मुद्दे पर मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि एक मुद्दे को दोनों देशों को आगे के सहयोग से नहीं रोकना चाहिए.

बता दें, गृह मंत्रालय ने 2022 में जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को गैरकानूनी घोषित कर दिया है. नाइक पर नफरत और वैमनस्य को बढ़ावा देने का आरोप है और उसके भाषणों को आपत्तिजनक माना जाता है क्योंकि वह धर्मांतरण और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले ज्ञात आतंकवादियों की प्रशंसा करता रहा है.

पढ़ें: जाकिर नाइक को भारत लाने के लिए ओमान सरकार के संपर्क में है भारत- विदेश मंत्रालय

Last Updated : Aug 21, 2024, 3:52 PM IST

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