रेवाड़ी: ईद की छुट्टी के दिन महेंद्रगढ़ का जीएल पब्लिक स्कूल ही नहीं बल्कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष वीपी यादव का भी निजी स्कूल खुला हुआ था. उनसे जब इस बारे में पूछा गया तो वो सवाल को टाल गए. छुट्टी के दिन उनके सनग्लो इंटरनेशनल स्कूल के खुलने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिस पर स्कूल संचालक और हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष वीपी यादव ने चुप्पी साध ली.
छुट्टी के दिन शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष का भी खुला था स्कूल! रेवाड़ी में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष वीपी यादव का खुद का स्कूल भी है. जो वीरवार को सरकारी छुट्टी होने के बाद भी खुला था. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले मेरे संज्ञान में नहीं है. अगर कोई भी स्कूल खुला है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. चाहे मेरा ही स्कूल क्यों ना हो.
खुद का स्कूल खुला होने के सवाल पर दी सफाई: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष वीपी यादव ने कहा कि ज्यादातर स्कूल में छुट्टी वाले दिन बच्चों को नहीं, बल्कि स्टाफ को बुलाया जाता है. उन्होंने कहा कि मैं विद्यालय नहीं गया, बल्कि सीधा बच्चों से मिलने अस्पताल आया हूं. ईद की छुट्टी होने के बाद भी स्कूल खुले होने के सवाल पर वीपी यादव ने कहा कि स्कूल संचालकों को ऐसा नहीं करना चाहिए. अगर कोई भी सरकारी छुट्टी होती है, तो स्कूल बंद होने चाहिए.
महेंद्रगढ़ स्कूल हादसे में हुई 7 बच्चों की मौत: महेंद्रगढ़ स्कूल हादसे में 7 बच्चों की मौत हुई है. इसके अलावा 22 छात्र घायल बताए जा रहे हैं. जिनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में जारी है. वीरवार को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष वीपी यादव घायल बच्चों का हाल-चाल जानने रेवाड़ी पहुंचे. इसके बाद उन्होंने कहा कि ये एक बड़ी दुखद घटना है. हम भगवान से कामना करते हैं कि घायल बच्चे जल्द सही हो. वीपी यादव ने मृतक बच्चों को श्रद्धांजलि भी दी. इसके साथ वीपी यादव ने कहा कि स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बस ड्राइवर ने पी थी शराब: हादसे के बारे में वीपी यादव ने कहा "मैंने कुछ बच्चों से बात की है. उन्होंने बताया कि ड्राइवर ने शराब पी हुई थी. मोड पर ड्राइवर का बैलेंस बिगड़ गया. पहले बस ने पलटी खाई और फिर वो पेड़ से टकराई. जिसके बाद नहर किनारे जाकर रुक गई. बच्चों ने ये भी बताया कि अकसर बस चालक शराब पीकर बस चलाता है. इसकी सूचना उन्होंने अध्यापकों को दी थी, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया."