मुंबई: छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने को लेकर महाविकास अघाड़ी (MVA) रविवार को मार्च निकालने वाली थी. हालांकि, मुंबई पुलिस ने एमवीए आज मार्च निकालने की अनुमति नहीं दी है. साथ ही हुतात्मा चौक इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात कर दी है. मालवन में राजकोट किले पर लगी छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के बाद राज्यों में शिव प्रेमियों और आम जनता में गुस्से की लहर है.
इस बीच महाविकास आघाड़ी ने सरकार के विरोध में आज आंदोलन का आह्वान किया है. इसे के लिए शिवसेना (यूबीटी) के पदाधिकारी बड़ी संख्या में मुंबई में प्रवेश कर चुके हैं. प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि भले ही सरकार ने हमें अनुमति नहीं दी है, लेकिन हम सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए दृढ़ हैं.
MVA ने साधा सरकार पर निशाना
इस संबंध में शरद पवार ने कहा, "इस सरकार ने बहुत भ्रष्टाचार किए हैं, लेकिन 8 महीने पहले जो प्रतिमा लगी थी. वह गिर गई. इस सरकार को हटाना होगा." कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, "सरकार ने प्रतिमा का अपमान किया है. हम महाराज के अपमान के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं. इस प्रतिमा में बहुत भ्रष्टाचार है. हम इस शिव विरोधी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं."
उद्धव ठाकरे ने कहा, "हम इस शिवद्रोही के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं. यह राजनीति नहीं है. गजकर्ण ऐसा करते हैं. लोग आपको माफ नहीं करेंगे. लोगों के दिलों में गुस्सा है. अब इस सरकार को बाहर निकालने का समय आ गया है."
अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहा MVA
वहीं, महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत बावनकुले ने यहां एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेते हुए कहा कि पीएम मोदी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ-साथ महान योद्धा-राजा के अनुयायियों से प्रतिमा ढहने के संबंध में माफी मांगी है. पीएम के माफी मांगने के बावजूद एमवीए वोट बैंक की राजनीति के लिए इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहा है, एमवीए विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहा है.
बता दें कि मालवन तहसील के राजकोट किले में 17वीं सदी के मराठा योद्धा राजा की प्रतिमा 26 अगस्त को गिर गई थी. इसका अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस के अवसर पर किया था.
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