मुंबई: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली महायुति ने इस साल की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद शनिवार को महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में विधानसभा चुनाव में जोरदार वापसी की है. रुझानों में भाजपा विदर्भ की 36 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस नौ सीटों पर आगे है.
62 सीटों वाला विदर्भ क्षेत्र में पश्चिमी महाराष्ट्र के बाद विधानसभा सीटों की संख्या मामले में दूसरी सबसे बड़ा इलाका. ऐसा माना जाता है कि विदर्भ सरकार गठन की कुंजी यहीं है. भाजपा के कुछ प्रमुख नेताओं ने विदर्भ से चुनाव लड़ा, जिनमें उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल हैं.
दक्षिण-पश्चिम से मैदान में देवेंद्र फडणवीस
फडणवीस नागपुर दक्षिण-पश्चिम से चुनाव लड़े. वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले कैम्पटी से, सुधीर मुनगंटीवार बल्लारशाह से और मदन येरावर यवतमाल से चुनाव लड़े. फिलहाल देवेंद्र फडणवीस कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रफुल्ल विनोदराव गुडाधे से बढ़त बनाए हुए हैं. एमवीए खेमे से, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले सकोली सीट से आगे चल रहे हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के प्रमुख नेता विजय वडेट्टीवार ब्रह्मपुरी निर्वाचन क्षेत्र में आगे चल रहे हैं. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के कृष्णलाल बाजीराव सहारे पीछे चल रहे हैं.वडेट्टीवार ने पहली बार 2014 में ब्रह्मपुरी से जीत हासिल की थी, जो उनके राजनीतिक जीवन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ.
भाजपा का दावा है कि विदर्भ में महायुति के पक्ष में सकारात्मक लहर है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने पहले कहा था कि पार्टी 2014 में 'मोदी स्वीप' के दौरान जीती गई 44 सीटों की बराबरी करते हुए इस क्षेत्र में आगे बढ़ेगी.
लोकसभा में बीजेपी को लगा था झटका
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से 13 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा 2019 में जीती गई 23 सीटों से घटकर नौ सीटों पर आ गई थी. लोकसभा चुनाव में दोनों दलों के बीच 15 सीटों पर मुकाबला हुआ था. इनमें से भाजपा केवल चार सीटें जीत सकी थी.
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