पिंपरी चिंचवड: पुलिस ने पिंपरी चिंचवड शहर में नवजात शिशुओं की तस्करी करने वाली महिलाओं के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. यह कार्रवाई शुक्रवार को जगताप डेयरी इलाके में की गई. वाकड पुलिस ने इस मामले में 6 महिलाओं को गिरफ्तार किया है. इन महिलाओं को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इन्हें 3 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
सहायक आयुक्त विशाल हिरे के मुताबिक, वाकड पुलिस को सूचना मिली थी कि एक बच्चे को बेचा जाने वाला है. वाकड पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए लेकर जाल बिछाया. शुक्रवार शाम को कुछ महिलाएं दो रिक्शों में सवार होकर जगताप डेयरी इलाके में आईं. महिलाओं ने उन्हें बच्चा खरीदने की पेशकश की.
5-7 लाख में नवजात शिशुओं की तस्करी: पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि पुणे शहर में कुछ महिलाएं पुणे के एक नामी अस्पताल की नर्स की मदद से नवजात शिशुओं की खरीद-फरोख्त कर रही हैं. बच्चों की खरीद-फरोख्त का काम करने वाली नर्सों और महिलाओं ने पुणे शहर में अब तक 5 नवजात शिशुओं को जरूरतमंद जोड़ों को बेच दिया है.
एक अस्पताल में काम करने वाली नर्स ने बांझपन की समस्या वाले एक जोड़े के बारे में बताया. ऐसे जोड़ों का पता लगने के बाद गिरोह की महिलाएं दंपत्तियों के पास जाती थीं और उन्हें अपने नवजात शिशुओं को 5 से 7 लाख में बेचने का प्रलोभन देती थीं. इसके लिए इस जनजाति की महिलाएं ऐसे पति ढूंढती थीं जो आर्थिक रूप से कमजोर हों, जिस दंपत्ति के 2 से अधिक बच्चे हों, जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो.
महिलाओं के खिलाफ वाकड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. जब उन्हें कोर्ट में पेश किया गया तो कोर्ट ने सभी महिला आरोपियों को 16 अप्रैल तक तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया. वाकड पुलिस इस रैकेट का पता लगाने के लिए आगे की जांच कर रही है. वाकड डिवीजन के सहायक पुलिस अधिकारी डॉ. विशाल हिरे ने कहा कि पुलिस इस जनजाति की महिलाओं से अवैध रूप से नवजात शिशुओं को खरीदने वाले दंपति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.
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