ETV Bharat / bharat

'मेरे बेटे को जानबूझकर मारा गया', बदलापुर रेप मामले में अक्षय के माता-पिता ने गृह विभाग पर लगाए आरोप - Badlapur rape case

Badlapur rape case: बदलापुर के स्कूल में संविदा सफाईकर्मी अक्षय शिंदे को कथित तौर पर स्कूल के शौचालय में दो लड़कियों का यौन शोषण करने के पांच दिन बाद यानी 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. उसको पुलिस इंस्पेक्टर संजय शिंदे गोली मारी थी.

badlapur
अक्षय शिंदे (फाइल) (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 24, 2024, 4:04 PM IST

ठाणे: महराष्ट्र में बदलापुर के एक स्कूल में दो नाबालिगों के यौन उत्पीड़न मामले में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए आरोपी अक्षय शिंदे के परिवार वालों ने बड़ा आरोप लगाया है. खबर के मुताबिक, अक्षय शिंदे के माता-पिता और विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि, गृह विभाग और सरकार ने अक्षय शिंदे का एनकाउंटर कर इस मामले के अन्य आरोपियों का पक्ष लेने की कोशिश की है. बता दें कि, बदलापुर मामले में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अक्षय शिंदे के खिलाफ पुलिस पर हमला करने का मामला दर्ज किया गया है. मुंब्रा पुलिस ने अक्षय शिंदे के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

इतना ही नहीं, महागठबंधन में सहयोगी पार्टी के नेताओं ने भी गृह विभाग के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की है. बदलापुर के एक स्कूल में दो नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म मामले में आरोपी अक्षय शिंदे को गिरफ्तार किया गया था. विपक्ष का आरोप है कि, विशेष जांच दल द्वारा रिपोर्ट तैयार किए जाने के बाद भी इसे सरकार को नहीं सौंपा गया. विपक्ष का आरोप यह भी है कि यह रिपोर्ट सरकार के निर्देश पर तैयार की गई थी.

विशेष पुलिस महानिरीक्षक आरती सिंह द्वारा सरकार को यह रिपोर्ट सौंपे जाने से पहले ही मामले का मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे मुठभेड़ में मारा जा चुका था. बदलापुर में अगस्त महीने में एक स्कूल में दो नाबालिगों के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई थी. खबर के मुताबिक, शुरूआत में इस मामले में पीड़ित लड़कियों के माता-पिता की शिकायत थाने में दर्ज नहीं की गई थी. माता-पिता को करीब 12 घंटे तक थाने में इंतजार करवाया गया, लेकिन कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई. अंत में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं के दबाव डालने के बाद यह शिकायत दर्ज की गई लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसकी भनक लगते ही स्थानीय लोगों ने बगावत कर दी और बदलापुर रेलवे स्टेशन पर हिंसक प्रदर्शन के बाद आखिरकार सरकार झुकी और मामले की जांच के आदेश दिए.

दीपक केसरकर ने संबंधित स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने और सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने के आदेश भी दिए' हालांकि इस मामले में स्कूल और संस्थान प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई के आदेश देने के बावजूद कुछ खास नहीं हुआ' इस बीच, यह देखा गया कि इस स्कूल में जिस दौरान यह घटना हुई, उन 15 दिनों की सीसीटीवी फुटेज गायब हो गई है.'

साथ ही, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने सरकार पर उन्हें फरार होने में मदद करने का आरोप लगाया है. पुलिस के अनुसार, मामले के मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे को कोर्ट से मुंब्रा के पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा था, तभी उसने पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली और उस पर गोली चलाने की कोशिश की. इसलिए पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से उसकी मौत हो गई. लेकिन इस संबंध में अक्षय शिंदे के माता-पिता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि, मेरे बेटे को जानबूझकर मारा गया है.

उसके परिवार ने मांग की है कि, महागठबंधन सरकार उनके बेटे की हत्या के लिए मुआवजा दे, ताकि उसकी कोई गलती न होने के कारण असली दोषियों का पता न चल सके. दूसरी ओर, विपक्षी दल आज कोर्ट जाकर जांच की मांग करने जा रहा है. वहीं, पुलिस इंस्पेक्टर संजय शिंदे पहले पूर्व पुलिस अधिकारी और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा के साथ काम कर चुके हैं. संजय शिंदे इससे पहले ठाणे पुलिस की क्राइम ब्रांच के एंटी एक्सटॉर्शन स्क्वॉड में भी काम कर चुके हैं. उस टीम का नेतृत्व प्रदीप शर्मा कर रहे थे.

दिलचस्प बात यह है कि इकबाल कासकर को गिरफ्तार करने वाली टीम में संजय शिंदे की अहम भूमिका थी. संजय शिंदे इससे पहले मुंबई पुलिस में भी काम कर चुके हैं. फिलहाल वे बदलापुर रेप केस की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) का हिस्सा हैं. संजय शिंदे पर पहले भी कुछ आरोप लग चुके हैं. हत्या के आरोपी विजय पलांडे के बाद संजय शिंदे को सस्पेंड कर दिया गया था.

ये भी पढ़ें: बदलापुर रेप के आरोपी अक्षय पर गोली चलाने वाले कौन हैं संजय शिंदे? अंडरवर्ल्ड की नाक में कर चुके हैं दम

ठाणे: महराष्ट्र में बदलापुर के एक स्कूल में दो नाबालिगों के यौन उत्पीड़न मामले में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए आरोपी अक्षय शिंदे के परिवार वालों ने बड़ा आरोप लगाया है. खबर के मुताबिक, अक्षय शिंदे के माता-पिता और विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि, गृह विभाग और सरकार ने अक्षय शिंदे का एनकाउंटर कर इस मामले के अन्य आरोपियों का पक्ष लेने की कोशिश की है. बता दें कि, बदलापुर मामले में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अक्षय शिंदे के खिलाफ पुलिस पर हमला करने का मामला दर्ज किया गया है. मुंब्रा पुलिस ने अक्षय शिंदे के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

इतना ही नहीं, महागठबंधन में सहयोगी पार्टी के नेताओं ने भी गृह विभाग के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की है. बदलापुर के एक स्कूल में दो नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म मामले में आरोपी अक्षय शिंदे को गिरफ्तार किया गया था. विपक्ष का आरोप है कि, विशेष जांच दल द्वारा रिपोर्ट तैयार किए जाने के बाद भी इसे सरकार को नहीं सौंपा गया. विपक्ष का आरोप यह भी है कि यह रिपोर्ट सरकार के निर्देश पर तैयार की गई थी.

विशेष पुलिस महानिरीक्षक आरती सिंह द्वारा सरकार को यह रिपोर्ट सौंपे जाने से पहले ही मामले का मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे मुठभेड़ में मारा जा चुका था. बदलापुर में अगस्त महीने में एक स्कूल में दो नाबालिगों के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई थी. खबर के मुताबिक, शुरूआत में इस मामले में पीड़ित लड़कियों के माता-पिता की शिकायत थाने में दर्ज नहीं की गई थी. माता-पिता को करीब 12 घंटे तक थाने में इंतजार करवाया गया, लेकिन कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई. अंत में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं के दबाव डालने के बाद यह शिकायत दर्ज की गई लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसकी भनक लगते ही स्थानीय लोगों ने बगावत कर दी और बदलापुर रेलवे स्टेशन पर हिंसक प्रदर्शन के बाद आखिरकार सरकार झुकी और मामले की जांच के आदेश दिए.

दीपक केसरकर ने संबंधित स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने और सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने के आदेश भी दिए' हालांकि इस मामले में स्कूल और संस्थान प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई के आदेश देने के बावजूद कुछ खास नहीं हुआ' इस बीच, यह देखा गया कि इस स्कूल में जिस दौरान यह घटना हुई, उन 15 दिनों की सीसीटीवी फुटेज गायब हो गई है.'

साथ ही, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने सरकार पर उन्हें फरार होने में मदद करने का आरोप लगाया है. पुलिस के अनुसार, मामले के मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे को कोर्ट से मुंब्रा के पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा था, तभी उसने पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली और उस पर गोली चलाने की कोशिश की. इसलिए पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से उसकी मौत हो गई. लेकिन इस संबंध में अक्षय शिंदे के माता-पिता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि, मेरे बेटे को जानबूझकर मारा गया है.

उसके परिवार ने मांग की है कि, महागठबंधन सरकार उनके बेटे की हत्या के लिए मुआवजा दे, ताकि उसकी कोई गलती न होने के कारण असली दोषियों का पता न चल सके. दूसरी ओर, विपक्षी दल आज कोर्ट जाकर जांच की मांग करने जा रहा है. वहीं, पुलिस इंस्पेक्टर संजय शिंदे पहले पूर्व पुलिस अधिकारी और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा के साथ काम कर चुके हैं. संजय शिंदे इससे पहले ठाणे पुलिस की क्राइम ब्रांच के एंटी एक्सटॉर्शन स्क्वॉड में भी काम कर चुके हैं. उस टीम का नेतृत्व प्रदीप शर्मा कर रहे थे.

दिलचस्प बात यह है कि इकबाल कासकर को गिरफ्तार करने वाली टीम में संजय शिंदे की अहम भूमिका थी. संजय शिंदे इससे पहले मुंबई पुलिस में भी काम कर चुके हैं. फिलहाल वे बदलापुर रेप केस की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) का हिस्सा हैं. संजय शिंदे पर पहले भी कुछ आरोप लग चुके हैं. हत्या के आरोपी विजय पलांडे के बाद संजय शिंदे को सस्पेंड कर दिया गया था.

ये भी पढ़ें: बदलापुर रेप के आरोपी अक्षय पर गोली चलाने वाले कौन हैं संजय शिंदे? अंडरवर्ल्ड की नाक में कर चुके हैं दम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.