नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को सत्तारूढ़ महायुति पर भरोसा जताया और वह पूर्ण बहुमत के साथ महाराष्ट्र में सत्ता में वापस आएगा. राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति में भारतीय जनता पार्टी (BJP), मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शामिल हैं.
20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र जारी करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए शाह ने कहा कि गठबंधन के सभी तीनों सहयोगियों ने अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं और चुनाव के बाद मंत्रियों की एक समिति गठित की जाएगी, जो किए गए वादों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी.
महायुति कब तय करेगी सीएम का चेहरा?
गृह मंत्री ने खुलासा किया कि महायुति पूर्ण बहुमत से चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर फैसला करेगी. उन्होंने कहा, "फिलहाल एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं. चुनाव के बाद तीनों गठबंधन सहयोगी मुख्यमंत्री के बारे में फैसला करेंगे."
HM Shri @AmitShah releases BJP's Sankalp Patra for Maharashtra Assembly Election in Mumbai. #BJPSankalp4Maharashtra https://t.co/iBncZP2Mlf
— BJP (@BJP4India) November 10, 2024
शाह ने बताया कि उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे आदित्य को एकनाथ शिंदे से ज्यादा तरजीह देने और शरद पवार द्वारा अजित पवार से ज्यादा सुप्रिया सुले को तरजीह देने के कारण शिवसेना और एनसीपी में विभाजन हुआ. उन्होंने यह बात इन पार्टियों द्वारा भाजपा पर विभाजन के पीछे होने का आरोप लगाने की पृष्ठभूमि में कही. बीजेपी नेता ने कहा कि यह आरोप बिना किसी कारण लगाया जा रहा है.
परिवार आधारित के खिलाफ है बीजेपी
इस तरह के मामलों पर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रुख पर जोर देते हुए शाह ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी 'परिवार आधारित' राजनीति के खिलाफ है. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि भाजपा आरक्षण को कमजोर करने की योजना बना रही है.
उन्होंने कहा, "मोदी सरकार ने ही ओबीसी को आरक्षण दिया है. वास्तव में, हमने आरक्षण को मजबूत किया है." शाह ने इस अवसर पर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की भी निंदा की और कहा कि संविधान का दिखावा करने का उनका कृत्य उजागर हो गया है.
एमवीए पर साधा निशाना
शाह ने कहा कि विपक्षी दल महा विकास अघाड़ी महिलाओं के लिए महायुति सरकार की लड़की बहन योजना पर आरोप लगा रहा है और उसे निशाना बना रहा है. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि हालांकि एमवीए ने अधिक वित्तीय सहायता के साथ इसी तरह के आश्वासन दिए हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "यह उनके विरोधाभासों को दर्शाता है. हमारे प्रदर्शन का जायजा लेने के बजाय, राहुल गांधी को यह देखना चाहिए कि उनकी पार्टी द्वारा शासित राज्यों में क्या हो रहा है." बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी.