मुंबई: महाराष्ट्र में विधानमंडल का मानसून सत्र चल रहा है. महाराष्ट्र विधान परिषद ने मंगलवार को विपक्ष के नेता और शिवसेना (यूबीटी) नेता अंबादास दानवे को सदन में अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में 5 दिनों के लिए निलंबित कर दिया. दानवे पर सोमवार शाम परिषद में चर्चा के दौरान भाजपा विधायक प्रसाद लाड के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप था.
प्रसाद लाड ने लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की 'हिंदू नहीं' टिप्पणी की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव की मांग की थी, जिस पर शिवसेना (यूबीटी) नेता ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. घटना के बाद परिषद की कार्यवाही तीन बार स्थगित की गई क्योंकि भाजपा विधायक दानवे के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. मंगलवार को संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने उन्हें निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे बहुमत से पारित कर दिया गया.
सदन की उपसभापति नीलम गोरहे ने निलंबन आदेश पढ़ा, जिसमें कहा गया, विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने अनुशासनहीनता का प्रदर्शन किया और विधायक प्रसाद लाड के प्रति अभद्र और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया. उनके व्यवहार ने छवि को धूमिल किया और परिषद का अपमान किया. अगर उनके दुर्व्यवहार को नजरअंदाज किया गया तो यह एक नई मिसाल कायम कर सकता है. उनके दुर्व्यवहार को गंभीरता से लिया गया है. सदन ने उन्हें पांच दिनों के लिए निलंबित करने और विधान भवन परिसर में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा है.
शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ विधायक अनिल परब ने मांग की कि दानवे को अपना पक्ष रखने का अवसर दिया जाए, लेकिन मांग स्वीकार नहीं की गई. बाद में विपक्ष ने इस फ़ैसले का विरोध करने के लिए वॉकआउट किया और गोरहे के खिलाफ नारे लगाए.
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