मुंबई: महाराष्ट्र चुनाव की तारीख नजदीक आते ही राजनीतिक माहौल गरमाता जा रहा है. पुलिस के दबाव में महा विकास अघाड़ी (MVA) के कई नेताओं को निर्वासन नोटिस मिलने लगे हैं. इस पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना पार्टी के नेता और सांसद संजय राउत ने राज्य की पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला पर निशाना साधा है.
उन्होंने एक बार फिर मांग की है कि अगर राज्य में पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने हैं तो केंद्रीय चुनाव आयोग रश्मि शुक्ला को उनके पद से हटाए. संजय राउत ने कहा कि राज्य की पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला हमारे कार्यकर्ताओं को निर्वासन नोटिस जारी कर चुनाव पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रही हैं. आज भी हमारे फोन टैप किए जा रहे हैं.
रश्मि शुक्ला को क्यों नहीं हटाया जा रहा है?
राउत ने दावा किया कि हमारे लोगों पर झूठे मामले दर्ज करके उन्हें निकाला जा रहा है, इस तरह का दबाव रश्मि शुक्ला पर है. रश्मि शुक्ला को क्यों नहीं हटाया जा रहा है? उनकी नियुक्ति अवैध है. हमने चुनाव आयोग से बार-बार कहा है कि अगर आप पारदर्शी तरीके से चुनाव कराना चाहते हैं तो आपको रश्मि शुक्ला को हटाना होगा.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन लोगों पर आरोप लगे थे, उन्हें फडणवीस के सत्ता में आने के बाद फिर से पद पर नियुक्त किया गया था.
'दीपोत्सव के अवसर पर राजनीतिक प्रचार'
राज ठाकरे की एमएनएस द्वारा शिवाजी पार्क में आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर राउत ने कहा कि अब तक ऐसे कार्यक्रमों को समारोह माना जाता था.चूंकि तब चुनाव नहीं होने थे. अब चुनाव की घोषणा हो गई है. ऐसे माहौल में दीपोत्सव के अवसर पर राजनीतिक प्रचार किया जा रहा है और अगर आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है और किसी ने इस पर आपत्ति जताई है तो यह गलत नहीं है.
संजय राउत ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को इस पर उचित संज्ञान लेना चाहिए. इस बीच माहिम में अमित ठाकरे और सदा सरवणकर की उम्मीदवारी को लेकर जारी विवाद पर बोलते हुए संजय राउत ने कहा कि माहिम का मुद्दा उनका आंतरिक मामला है.
'गद्दारों को सजा देने का समय आ गया है'
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की यह राष्ट्रीय नीति है कि जिस पार्टी से शिवसेना के वोट कटेंगे, उसकी मदद की जाए. संजय राउत ने बिना नाम सदा सरवणकर पर निशाना साधा और कहा कि कई जगहों पर गद्दारों को सजा देने का समय आ गया है.