बारामती: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. राज्य में 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. इसी सिलसिले में आज डिप्टी सीएम और एनसीपी कैंडीडेट अजित पवार और उनके प्रतिद्वंदी युगेंद्र पवार ने बारामती विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया.
नामांकन करने से पहले अजित आत्मविश्वास से लबरेज नजर आए. उन्होंने कहा कि हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है. जब भी मेरे खिलाफ कोई उम्मीदवार उतारा जाता है, तो मैं उसे एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में लेता हूं और उसी के अनुसार प्रचार करता हूं. इस बार भी बारामती के लोग मुझे चुनेंगे और मुझे उन पर भरोसा है.
#WATCH | Pune: Maharashtra Deputy CM and NCP chief Ajit Pawar files his nomination papers from the Baramati assembly seat
— ANI (@ANI) October 28, 2024
His nephew Yugendra Pawar is NCP-SP's candidate from the Baramati assembly seat pic.twitter.com/s3On2cokoR
बता दें, इस बार अजित पवार के भतीजे और शरद पवार के पोते युगेंद्र पवार इसी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. इस साल की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के दौरान शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को हराया था, जिसके बाद बारामती में एक बार फिर पवार बनाम पवार मुकाबला देखने को मिलेगा.
चाचा अजित पवार के खिलाफ चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गयाल तो युगेंद्र पवार ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह काफी दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जो हुआ, उसे पूरे भारत ने देखा है. पार्टी विभाजित हो गई और चुनाव आयोग ने उन्हें चुनाव चिह्न दे दिया. युगेंद्र ने आगे कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण था, लेकिन परिवार में हम सभी ने फैसला किया कि हमें शरद पवार साहब के साथ रहना चाहिए क्योंकि वह एनसीपी के संस्थापक हैं. वह परिवार के संरक्षक हैं और यह उनकी वजह से ही है कि बारामती ही नहीं बल्कि आसपास के सभी लोग भी समृद्ध हुए हैं.
#WATCH | NCP-SP's candidate from the Baramati assembly seat, Yugendra Pawar says, " ...i consider myself fortunate that pawar saheb came to file my nomination form. whatever responsibility he gives me i will fulfill it.
— ANI (@ANI) October 28, 2024
when asked about the challenge of contesting against… pic.twitter.com/DdqqmDzU4I
युगेंद्र पवार को लगता है कि अपने चाचा के खिलाफ लड़ाई कठिन नहीं होगी, लेकिन आसान भी नहीं होगी, लेकिन बारामती के लोग बड़ी संख्या में पवार साहब के पीछे हैं और उनको मजबूत करेंगे. बता दें, महाराष्ट्र विधानसभा की सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतगणना 23 नवंबर को होगी. 2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 105 सीटें जीतीं, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं। 2014 में, भाजपा ने 122 सीटें, शिवसेना ने 63 और कांग्रेस ने 42 सीटें हासिल कीं.
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