लुधियाना: पंजाब के लुधियाना जिले के खन्ना में एक सड़क हादसे में एसीपी और उनके गनमैन की मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक, लुधियाना-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर शुक्रवार-शनिवार की रात 12:30 बजे दयालपुरा गांव के पास फ्लाईओवर पर यह दर्दनाक हादसा हुआ. जिसमें लुधियाना के एसीपी संदीप सिंह (35) और उनके गनमैन परमजोत सिंह (35) की मौत हो गई. वहीं, ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसे लुधियाना के डीएमसी अस्पताल रेफर कर दिया गया है.
दुर्घटना पर खन्ना के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सौरव जिंदल ने कहा कि एक युवा पुलिस अधिकारी की दुर्भाग्यपूर्ण मौत पंजाब पुलिस के लिए बड़ी हानि है. उन्होंने कहा कि हादसे की जांच की जा रही है. आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत समराला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
मूल रूप से बठिंडा के रहने वाले एसीपी संदीप सिंह की चंडीगढ़ में पोस्टिंग थी. उनके परिवार में पत्नी, एक छोटा बेटा और उनके माता-पिता हैं. फिरोजपुर के रहने वाले गनमैन परमजोत सिंह अपने पीछे पत्नी, माता-पिता और पांच साल का बेटा छोड़ गए.
हादसे की दो वजहें सामने आ रही हैं. पहला कारण गाड़ी की तेज रफ्तार और ओवरटेक करना बताया जा रहा है. दूसरी वजह यह है कि जिस जगह पर हादसा हुआ है, उसके पास गैस फैक्ट्री के खिलाफ ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे थे. जिससे हाईवे पर एक तरफ से यातायात बाधित हो गया था. जिससे यह बड़ा हादसा हुआ.
हादसे के बाद वाहन में लगी आग
बताया गया है कि लुधियाना पूर्व के एसीपी संदीप सिंह अपने गनमैन और ड्राइवर के साथ फॉर्च्यूनर गाड़ी में सवार होकर चंडीगढ़ से समराला क्षेत्र के दयालपुरा गांव के पास फ्लाई ओवर पर आ रहे थे, तभी उनकी गाड़ी ओवरटेक कर रही स्कॉर्पियो से टक्कर हो गई. टक्कर इतनी भीषण थी कि फॉर्च्यूनर में आग लग गई और चंद मिनटों में पूरी गाड़ी जलकर खाक हो गई. गाड़ी में सवार एसीपी, गनमैन और ड्राइवर बाहर निकलने का मौका नहीं मिला. बाद में स्थानीय लोगों ने उन्हें गाड़ी से बाहर निकाला. फिर उन्हें पुलिस समराला सिविल अस्पताल लेकर पहुंची, लेकिन तब तक एसीपी और गनमैन की मौत हो चुकी थी.
ये भी पढ़ें- तरनतारन में महिला को निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाने का मामला, महिला आयोग ने जल्द रिपोर्ट मांगी