अहमदाबाद: लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण का मतदान मंगलवार पूरा हो गया. इसके साथ ही सूबे की 25 लोकसभा सीटों पर मैदान में उतरे 265 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला भी ईवीएम में कैद हो गया. जानकारी के मुताबिक गुजरात में शाम पांच बजे तक 55.22 मतदान दर्ज किया गया है.
इस बीच वालिया तालुका के केसर गांव के निवासियों ने चुनाव का बहिष्कार किया और यहां एक भी वोट नहीं डाला गया. इसकी जानकारी मिलने के बाद चुनाव आयोग के अधिकारी दिनभर दौड़ते रहे. वैसे यह पहला मौका नहीं है, जब यहां के लोग चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं. केसर गांव के लोग पिछले चार बार से हर चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं.
पुल बनाने की मांग कर रहे गांव वासी
दरअसल, केसर गांव के निवासी पिछले कई साल से राज्य सरकार से कीम नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, अब तक पुल नहीं बना है. ग्रामीणों का कहना है कि भरूच के सांसद और गुजरात के मुख्यमंत्री को कई बार अवगत कराने के बावजूद उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकला.
20 किमी नौका चलाकर नदी करते हैं पार
स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल बरसात के मौसम में गांव लोगों को नदी पार करनी पड़ती है, जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है. अगर कीम नदी पर पुल बन जाए तो ग्रामीणों को 20 किमी की नौका नहीं चलानी पड़ेगी. पुल न बनने से नाराज लोगों ने इस बार भी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है. इस गांव में कुल मतदाताओं की संख्या 352 है, जिनमें 175 महिलाएं और 177 पुरुष हैं.
26 में 25 सीट पर हुई वोटिंग
राज्य में 26 लोकसभा सीटें हैं. हालांकि, वोटिंग केवल 25 सीट पर हुई. यहां सूरत सीट पर वोटिंग नहीं हुई. सूरत से 9 में से 8 योग्य उम्मीदवारों के नामांकन फॉर्म वापस लेने के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी ने इस सीट पर निर्विरोध जीत हासिल की थी. सूरत से बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल को विजेता घोषित किया गया था.
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