रोहतक: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की पांचवीं लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में हरियाणा के शेष 4 सीटों पर भी बीजेपी ने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. रोहतक से मौजूदा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा पर बीजेपी ने एक बार फिर से भरोसा जताया है. अनेक विवादों के साथ डॉ. अरविंद शर्मा को हरियाणा की सबसे हॉट सीट रोहतक लोकसभा से एक बार फिर से प्रत्याशी चुना गया है.
भरोसे पर खरा उतरे डॉक्टर अरविंद शर्मा!: चुनावी आंकड़ों की बात की जाए तो साल 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी डॉक्टर अरविंद शर्मा ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा को लगभग 7000 वोटों से हराया था. हरियाणा की 6 सीटें घोषित होने के बाद अंदेशा लगाया जा रहा था कि इस बार रोहतक लोकसभा सीट से डॉक्टर अरविंद शर्मा का पत्ता काटने वाला है, लेकिन बीजेपी के भरोसे पर खरा उतरे डॉक्टर अरविंद शर्मा पर मोदी सरकार ने फिर से भरोसा जताया है.
बीजेपी प्रत्याशी अरविंद शर्मा का राजनीतिक सफर: अरविंद शर्मा ने अपना पहला लोकसभा चुनाव साल 1996 में सोनीपत लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा और जीतकर लोकसभा पहुंचे. साल 1998 में अरविंद शर्मा इसी सीट से हार गए और इसके बाद उन्होंने सोनीपत को छोड़कर करनाल लोकसभा सीट पर दावा ठोका.
2004 लोकसभा चुनाव में अरविंद शर्मा ने कांग्रेस की सीट पर यहां से चुनाव लड़ा और पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आईडी स्वामी को करीब डेढ़ लाख वोटों से हराया. वहीं, 2009 में उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ते हुए आईडी स्वामी को 50 हजार वोटों से पराजित किया. वहीं, 2014 लोकसभा चुनाव बीजेपी के प्रत्याशी अश्विनी कुमार चोपड़ा ने अरविंद शर्मा को करीब साढ़े तीन लाख वोटों से हराया.
रोहतक लोकसभा सीट बेहद अहम: राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार अरविंद शर्मा की केंद्र में नेताओं के साथ अच्छी पकड़ ने उन्हें रोहतक लोकसभा का टिकट दिलवा ही दिया. अब देखना यह होगा की अरविंद शर्मा इस सीट पर कैसे जीत हासिल कर पाते हैं. वहीं, कांग्रेस के लिए भी यह सीट जीतना लाजमी है खास तौर पर दीपेंद्र हुड्डा के लिए, क्योंकि इस सीट पर जीतने के बाद विधानसभा की राजनीति तय होती है.
रोहतक लोकसभा क्षेत्र भूपेंद्र हुड्डा का गढ़: दरअसल रोहतक लोकसभा क्षेत्र भूपेंद्र हुड्डा का गढ़ माना जाता है. ऐसे में यदि दीपेंद्र हुड्डा चुनाव लड़ते हैं और चुनाव हार जाते हैं तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा की भविष्य की राजनीति खत्म हो सकती है. चर्चा यह भी हो रही है कि अरविंद शर्मा को भाजपा की तरफ से टिकट मिलने के बाद दीपेंद्र सिंह हुड्डा बैक फुट पर चले जाएं और यहां से भूपेंद्र सिंह हुड्डा लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा की इस रोहतक लोकसभा सीट से कांग्रेस की तरफ से कौन प्रत्याशी सामने आता है.
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