हैदराबाद : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान तिथि की घोषणा कर दी गई है. सात चरणों में होने वाले इस चुनाव में मतदान के लिए 10 लाख से अधिक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. वहीं संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के साथ ही मतदान के दौरान पूरी निगरानी रखी जाएगी. इसके अलावा मतदान केंद्रों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस के साथ अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा. चुनाव कराने के लिए 1.5 करोड़ मतदान अधिकारी और सुरक्षा कर्मचारी तैनात किए जाएंगे.
बता दें कि निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने इस बारे में जानकारी दी. 19 अप्रैल से पहले चरण के साथ मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी जो 1 जून को समाप्त होगी. देश में 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं व 10.5 लाख से अधिक मतदान केंद्र हैं.
लोकसभा चुनाव 2019 में करीब 10 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे. इससे पहले 2014 में 9 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे. वहीं 2019 में कुल मतदाता 90 करोड़ के आसपास थी, इनमें 1.5 मतदाताओं की आयु 18-19 साल के करीब थी. 2014 लोकसभा चुनाव में कुल मतदाता 81.4 करोड़ थे. इतना ही नहीं 2019 में चुनाव को लेकर अलग-अलग राज्यों की पुलिस और होमगार्ड के 20 लाख से अधिक जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी. साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स के 3 लाख जवान इसके लिए तैनात किए गए थे. ऐसा भारत में पहली बार हुआ था कि इतनी बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी नियुक्त किए गए थे.
इस दौरान 3000 कंपनियों के तीन लाख से अधिक जवान को 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सुरक्षा को लेकर तैनात किया गया था. इन सुरक्षाकर्मियों को अलग-अलग चरणों में भेजा गया था. सुरक्षाबलों को भेजने का मकसद कानून व्यवस्था को बनाए रखने के अलावा निष्पक्ष चुनाव कराना व लोगों में चुनाव के प्रति विश्वास पैदा करना भी था.
2019 के लोकसभा चुनाव में भी मतदान 7 चरण में हुआ था और नतीजे 23 मई को घोषित कर दिए गए थे. पहले चरण में मतदान 11 अप्रैल को हुआ था, इसके बाद दूसरा चरण में मतदान 18 अप्रैल, तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल, चौथे चरण का मतदान 19 मई को हुआ था. इसी साल लोकसभा चुनाव के साथ अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, सिक्किम और ओडिशा में विधानसभा के चुनाव कराए गए थे.
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