हैदराबाद: भारतीय जनता पार्टी से अगल होने के बाद कर्नाटक के दिग्गज नेता और पूरी मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा लोकसभा चुनाव 2024 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर लड़े. लेकिन बीजेपी से बागी हुए ईश्वरप्पा शिमोग्गा लोकसभा सीट से हार गए हैं. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बी.वाई. राघवेन्द्र ने जीत हासिल की है. राघवेन्द्र ने कुल 7,78,721 वोट हासिल करते हुए जीत दर्ज की है.
वहीं के.एस. ईश्वरप्पा की बात करें तो उनको कुल 30,050 (2.18 प्रतिशत) वोट हासिल हुए. वहीं कांग्रेस की उम्मीदवार गीता शिवराजकुमार को 5,35,006 वोट मिले. के.एस. ईश्वरप्पा की बात करें तो इस परिणाम के बाद उनकी जमानत भी जब्त हो गई. चूंकि उन्हें मिले वोट कुल डाले गए वोटों के छठे हिस्से से भी कम थे, इसलिए नामांकन पत्र दाखिल करते समय जमा की गई जमानत राशि उन्हें नहीं मिलेगी.
आपको बता दें कि के.एस. ईश्वरप्पा उन दिग्गज नेताओं में से एक हैं, जो कर्नाटक में भाजपा के शुरुआती दिनों से जुड़े हुए थे. हालांकि उन्होंने मई 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी नेतृत्व के निर्देश पर चुनावी राजनीति से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफे के बाद भी उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी उनके बेटे के.ई. कंथेश को हावेरी संसदीय सीट से उम्मीदवार बनाएगी.
लेकिन जब उनके बेटे को टिकट नहीं मिला, तो इसके लिए उन्होंने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने शिवमोग्गा में पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार बी.वाई. राघवेंद्र के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया. जब उन्होंने पार्टी से बगावत की तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ईश्वरप्पा को दिल्ली में मिलने के लिए बुलाया था, हालांकि, दिल्ली पहुंचते ही केंद्रीय मंत्री ने मुलाकात रद्द कर दी.