चेन्नई: लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है और तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए निर्वाचन क्षेत्रों का आवंटन कर दिया है. इसमें मदुरै और डिंडीगुल को सीपीआई (एम) और नागपट्टिनम और तिरुपुर को सीपीआई को सौंपा गया है.
यह निर्णय वाम दलों को दो-दो सीटों के पहले आवंटन के बाद आया है, जो कांग्रेस और अन्य दलों के साथ द्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा हैं. राज्य सचिव के बालाकृष्णन सहित सीपीआई (एम) और राज्य सचिव आर मुथरासन के नेतृत्व में सीपीआई के नेताओं ने समझौतों को अंतिम रूप देने के लिए चेन्नई में पार्टी मुख्यालय 'अन्ना अरिवलयम' में मुख्यमंत्री और डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन से मुलाकात की.
जानकारी के अनुसार सत्तारूढ़ द्रमुक ने पहले सीपीआई (एम), सीपीआई और वीसीके को दो-दो सीटें और आईयूएमएल, केएमडीके और एमडीएमके को एक-एक सीटें सौंपी थीं. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी को तमिलनाडु में नौ और पुडुचेरी में एक सीट आवंटित की गई है, जबकि डीएमके 21 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार केएमडीके उम्मीदवार डीएमके के चुनाव चिन्ह 'उगते सूरज' के तहत चुनाव लड़ेंगे, जिससे तमिलनाडु में 39 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से सत्तारूढ़ पार्टी की कुल सीटें 22 हो जाएंगी. देखने वाली बात यह होगी कि दक्षिण राज्यों में पकड़ बनाने की भरपूर कोशिश कर रही है बीजेपी इसके जवाब में अपने उम्मीदवारों को कैसे उतारती है.