नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी की बड़ी जीत सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस सोनिया गांधी को चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतार सकती है. कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि पांचवें चरण के लिए प्रचार अभियान समाप्त होने से पहले सोनिया गांधी 17 या 18 मई को रायबरेली और अमेठी का दौरा कर सकती हैं.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी स्वास्थ्य कारणों से मौजूदा लोकसभा चुनाव में प्रचार नहीं कर रही हैं, लेकिन वह रायबरेली में राहुल गांधी और अमेठी में कांग्रेस उम्मीदवार केएल शर्मा के लिए चुनाव प्रचार कर सकती हैं, ताकि दोनों उम्मीदवारों की बड़ी जीत सुनिश्चित हो सके. सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी या तो 17 मई को राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की अमेठी और रायबरेली में होने वाली इंडिया गठबंधन की रैलियों में शामिल हो सकती हैं या वह 18 मई को दोनों लोकसभा क्षेत्रों में अलग से रैली कर सकती हैं.
उत्तर प्रदेश नेहरू-गांधी परिवार का गृह राज्य है और अवध क्षेत्र में आने वाली दो प्रमुख सीटें रायबरेली और अमेठी कांग्रेस पार्टी के पारंपरिक गढ़ रहे हैं. सोनिया गांधी ने 2004 से 2024 तक लोकसभा में रायबरेली का प्रतिनिधित्व किया, जबकि उनके बेटे राहुल गांधी ने 2004 से 2019 तक निचले सदन में अमेठी का प्रतिनिधित्व किया. इससे पहले, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने भी लोकसभा में दोनों पड़ोसी सीटों में से किसी एक का प्रतिनिधित्व किया था.
2019 के आम चुनाव में राहुल गांधी अमेठी से हार गए थे, लेकिन केरल की वायनाड सीट से उन्होंने रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की थी. इस साल उन्होंने फिर से वायनाड से चुनाव लड़ने का फैसला किया, लेकिन परिवार की विरासत को बनाए रखने के साथ-साथ यूपी जैसे राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में पार्टी की संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए रायबरेली से भी चुनाव लड़ रहे हैं.
राहुल और प्रियंका गांधी दोनों ने हाल ही में अमेठी और रायबरेली के साथ अपने परिवार के 100 साल पुराने संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि उनके घर के दरवाजे यहां के लोगों के लिए हमेशा खुले रहेंगे. वहीं कांग्रेस ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें सोनिया और राहुल गांधी एक साथ एक पारिवारिक एल्बम को देखते हुए पुरानी यादों में खोए नजर आए.
सोनिया गांधी वर्तमान में राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं. वह अपने खराब स्वास्थ्य के बावजूद 31 मार्च को दिल्ली में विपक्षी गठबंधन इंडिया की रैली में शामिल हुईं और इसके बाद 3 मई को बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ रायबरेली में राहुल गांधी के नामांकन में भी शामिल हुईं.
यूपी में कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि सोनिया गांधी एक फाइटर और बेहद लोकप्रिय हस्ती हैं. तेलंगाना में उनकी अपील ने पार्टी को सत्ता तक पहुंचाया. रायबरेली के मतदाताओं ने पिछले दो दशकों से उन पर भरोसा किया है. जब उन्होंने यह सीट छोड़ी तो उन्होंने चिट्ठी के जरिये भावनात्मक अपील की और मतदाताओं से आग्रह किया कि वे हमेशा गांधी परिवार के सदस्यों का समर्थन करें जैसा कि उन्होंने अब तक किया था.
कांग्रेस के नेता दो प्रमुख सीटों पर प्रचार के लिए सोनिया गांधी के दौरे का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि वे मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. प्रियंका गांधी दोनों सीटों पर आक्रामक प्रचार अभियान चला रही हैं और पिछले सात दिनों में उन्होंने लगभग 100 नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया है. इसके अलावा, कांग्रेस के संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अशोक गहलोत और सीडब्ल्यूसी सदस्य सचिन पायलट और राजीव शुक्ला जैसे वरिष्ठ नेता भी पार्टी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगने में व्यस्त हैं. छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएण बघेल ने रायबरेली के स्थानीय लोगों से यहां तक कह डाला कि वे न केवल अपने नए सांसद बल्कि अगले प्रधानमंत्री के लिए भी मतदान कर रहे हैं. कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बुधवार 15 मई को दोनों प्रमुख सीटों पर रैलियों को संबोधित किया.
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