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वायनाड लोकसभा चुनाव: क्या सीपीआई और भाजपा बिगाड़ देगी राहुल गांधी का खेल ? - Rahul Gandhi Wayanad Seat - RAHUL GANDHI WAYANAD SEAT

Rahul Gandhi Wayanad Seat: केरल की हाईप्रोफाइल वायनाड सीट पर इस बार रोचक मुकाबला होने की उम्मीद है. विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल सीपीआई ने राहुल गांधी के खिलाफ एनी राजा को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के. सुरेंद्रन को उम्मीदवार बनाया है.

Rahul Gandhi Wayanad Seat
राहुल गांधी वायनाड
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 3, 2024, 6:00 PM IST

Updated : Apr 3, 2024, 6:28 PM IST

हैदराबाद: पूर्व कांग्रेस राहुल गांधी ने बुधवार को केरल की वायनाड लोकसभा सीट से दूसरी बार नामांकन किया. राहुल वर्तमान में वायनाड के सांसद हैं. पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में उन्होंने यहां से पहली बार जीत दर्ज की थी. कांग्रेस ने इस बार भी राहुल को वायनाड से उम्मीदवार बनाया है. बुधवार को नामांकन दाखिल करने से पहले राहुल ने बहन प्रियंका गांधी के साथ रोड शो किया और क्षेत्र की जनता से समर्थन मांगा.

लोकसभा चुनाव में हाईप्रोफाइल वायनाड सीट पर इस बार रोचक मुकाबला होने की उम्मीद है. विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने राहुल गांधी के खिलाफ एनी राजा को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने इस सीट से के. सुरेंद्रन को उम्मीदवार बनाया है. सुरेंद्रन केरल भाजपा के अध्यक्ष हैं.

सीपीआई महासचिव डी राजा की पत्नी एनी राजा महिला अधिकारों के लिए काम करती हैं और वाम दल की बड़ी नेता हैं. वह सीपीआई की महिला इकाई भारतीय राष्ट्रीय महिला फेडरेशन की महासचिव भी हैं. एनी राजा 1980 के दशक से राजनीति में सक्रिय हैं. उन्होंने महिलाओं के हक में आवाज उठाने वाली नेता के रूप में पहचान बनाई है. इस तरह सीपीआई ने एनी राजा को वायनाड से उम्मीदवार बनाकर राहुल के लिए कड़ी चुनौती पेश की है.

इसी तरह भाजपा ने पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के. सुरेंद्रन को वायनाड से उम्मीदवार बनाकर अमेठी की तरह इस बार वायनाड में राहुल गांधी को घेरने की पुरजोर कोशिश की है. 2019 में राहुल गांधी को अपनी परंपरागत अमेठी सीट से हाथ धोना पड़ा था. तब भाजपा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को राहुल के खिलाफ उतारा था और उन्होंने कांग्रेस का मजबूत किला ढहा दिया था. हालांकि, पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड से जीतकर संसद पहुंचे थे. भाजपा का मानना है कि इस बार सुरेंद्रन वायनाड में राहुल गांधी का डटकर मुकाबला कर सकते हैं.

54 वर्षीय सुरेंद्रन राष्ट्रवाद के मुद्दे पर राजनीति के लिए जाने जाते हैं. वह वाम दलों के गढ़ केरल में मुखरता से राष्ट्रवाद के मुद्दे पर अपनी बात रखते रहे हैं. सुरेंद्रन के खिलाफ 242 आपराधिक मामले दर्ज हैं. सुरेंद्रन ने छात्र जीवन से राजनीति शुरू की थी. वह भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. केरल में भाजपा का जनाधार बढ़ाने के लिए उन्होंने कड़ा संघर्ष किया. इसी कारण 15 फरवरी, 2020 को उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई.

हमें राहुल गांधी के भाग्य की कोई चिंता नहीं: एनी राजा
सीपीआई उम्मीदवार एनी राजा ने भी बुधवार (3 अप्रैल) को रोड शो करने के बाद वायनाड से अपना नामांकन दाखिल किया. राहुल गांधी से मुकाबले के बारे में उन्होंने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के युवराज के भविष्य की कोई परवाह नहीं है. वह केवल राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही हैं. उन्होंने कहा, मैं वाम मोर्चे की उम्मीदवार हूं और जीतने के लिए चुनाव लड़ रही हूं. मुझे इसकी चिंता नहीं है कि उनके (राहुल गांधी) भाग्य का क्या होगा. हम लोगों के बीच जा रहे हैं. हम लोगों को अपने राजनीतिक मुद्दों के बारे में बता रहे हैं. हमें लोगों पर भरोसा है. हमें विश्वास है कि हम यहां से चुनाव जीतेंगे.

राहुल ने वायनाड की उपेक्षा की
सीपीआई नेता एनी ने राहुल गांधी पर वायनाड की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, वायनाड लोग उनके पास आ रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने 2019 के चुनाव से पहले कभी भी कांग्रेस पार्टी को वोट नहीं दिया था. पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें बताया गया था कि राहुल प्रधानमंत्री बनेंगे, इसलिए उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया. लेकिन कुछ नहीं हुआ.

वायनाड में दूसरे चरण में मतदान
केरल में लोकसभा की सभी 20 सीटों पर दूसरे चरण में यानी 26 अप्रैल को वोटिंग होगी और चार जून को नतीजे घोषित किए जाएंगे. इसी दिन वायनाड में भी मतदान होगा.

2019 चुनाव के नतीजे
2019 में राहुल गांधी ने वायनाड से तीन लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. राहुल को 7,06,367 ( 64.94%) वोट मिले थे. जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंदी और सीपीआई उम्मीदवार पीपी सुनीर को 2,74,597 वोट मिले थे. वहीं, भाजपा की सहयोगी पार्टी बीडीजेएस को 78,816 वोट मिले थे.

यह भी पढ़ें- वायनाड से राहुल गांधी ने दाखिल किया नामांकन, बोले- यहां के लोगों ने मुझे प्यार दिया

हैदराबाद: पूर्व कांग्रेस राहुल गांधी ने बुधवार को केरल की वायनाड लोकसभा सीट से दूसरी बार नामांकन किया. राहुल वर्तमान में वायनाड के सांसद हैं. पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में उन्होंने यहां से पहली बार जीत दर्ज की थी. कांग्रेस ने इस बार भी राहुल को वायनाड से उम्मीदवार बनाया है. बुधवार को नामांकन दाखिल करने से पहले राहुल ने बहन प्रियंका गांधी के साथ रोड शो किया और क्षेत्र की जनता से समर्थन मांगा.

लोकसभा चुनाव में हाईप्रोफाइल वायनाड सीट पर इस बार रोचक मुकाबला होने की उम्मीद है. विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने राहुल गांधी के खिलाफ एनी राजा को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने इस सीट से के. सुरेंद्रन को उम्मीदवार बनाया है. सुरेंद्रन केरल भाजपा के अध्यक्ष हैं.

सीपीआई महासचिव डी राजा की पत्नी एनी राजा महिला अधिकारों के लिए काम करती हैं और वाम दल की बड़ी नेता हैं. वह सीपीआई की महिला इकाई भारतीय राष्ट्रीय महिला फेडरेशन की महासचिव भी हैं. एनी राजा 1980 के दशक से राजनीति में सक्रिय हैं. उन्होंने महिलाओं के हक में आवाज उठाने वाली नेता के रूप में पहचान बनाई है. इस तरह सीपीआई ने एनी राजा को वायनाड से उम्मीदवार बनाकर राहुल के लिए कड़ी चुनौती पेश की है.

इसी तरह भाजपा ने पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के. सुरेंद्रन को वायनाड से उम्मीदवार बनाकर अमेठी की तरह इस बार वायनाड में राहुल गांधी को घेरने की पुरजोर कोशिश की है. 2019 में राहुल गांधी को अपनी परंपरागत अमेठी सीट से हाथ धोना पड़ा था. तब भाजपा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को राहुल के खिलाफ उतारा था और उन्होंने कांग्रेस का मजबूत किला ढहा दिया था. हालांकि, पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड से जीतकर संसद पहुंचे थे. भाजपा का मानना है कि इस बार सुरेंद्रन वायनाड में राहुल गांधी का डटकर मुकाबला कर सकते हैं.

54 वर्षीय सुरेंद्रन राष्ट्रवाद के मुद्दे पर राजनीति के लिए जाने जाते हैं. वह वाम दलों के गढ़ केरल में मुखरता से राष्ट्रवाद के मुद्दे पर अपनी बात रखते रहे हैं. सुरेंद्रन के खिलाफ 242 आपराधिक मामले दर्ज हैं. सुरेंद्रन ने छात्र जीवन से राजनीति शुरू की थी. वह भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. केरल में भाजपा का जनाधार बढ़ाने के लिए उन्होंने कड़ा संघर्ष किया. इसी कारण 15 फरवरी, 2020 को उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई.

हमें राहुल गांधी के भाग्य की कोई चिंता नहीं: एनी राजा
सीपीआई उम्मीदवार एनी राजा ने भी बुधवार (3 अप्रैल) को रोड शो करने के बाद वायनाड से अपना नामांकन दाखिल किया. राहुल गांधी से मुकाबले के बारे में उन्होंने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के युवराज के भविष्य की कोई परवाह नहीं है. वह केवल राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही हैं. उन्होंने कहा, मैं वाम मोर्चे की उम्मीदवार हूं और जीतने के लिए चुनाव लड़ रही हूं. मुझे इसकी चिंता नहीं है कि उनके (राहुल गांधी) भाग्य का क्या होगा. हम लोगों के बीच जा रहे हैं. हम लोगों को अपने राजनीतिक मुद्दों के बारे में बता रहे हैं. हमें लोगों पर भरोसा है. हमें विश्वास है कि हम यहां से चुनाव जीतेंगे.

राहुल ने वायनाड की उपेक्षा की
सीपीआई नेता एनी ने राहुल गांधी पर वायनाड की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, वायनाड लोग उनके पास आ रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने 2019 के चुनाव से पहले कभी भी कांग्रेस पार्टी को वोट नहीं दिया था. पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें बताया गया था कि राहुल प्रधानमंत्री बनेंगे, इसलिए उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया. लेकिन कुछ नहीं हुआ.

वायनाड में दूसरे चरण में मतदान
केरल में लोकसभा की सभी 20 सीटों पर दूसरे चरण में यानी 26 अप्रैल को वोटिंग होगी और चार जून को नतीजे घोषित किए जाएंगे. इसी दिन वायनाड में भी मतदान होगा.

2019 चुनाव के नतीजे
2019 में राहुल गांधी ने वायनाड से तीन लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. राहुल को 7,06,367 ( 64.94%) वोट मिले थे. जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंदी और सीपीआई उम्मीदवार पीपी सुनीर को 2,74,597 वोट मिले थे. वहीं, भाजपा की सहयोगी पार्टी बीडीजेएस को 78,816 वोट मिले थे.

यह भी पढ़ें- वायनाड से राहुल गांधी ने दाखिल किया नामांकन, बोले- यहां के लोगों ने मुझे प्यार दिया

Last Updated : Apr 3, 2024, 6:28 PM IST
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